Best Car tyre air pump – अपनी कार की टायर की हवा रखे सही मात्रा मे।

car tyre air pump

अगर आप शहरों से दुर खेडा गाँव मे कार से घुमते है, या फिर गाँव मे ही रहते है तो आपके लिए car tyre air pump की जरुरत पडेगी। छोटे बडे शहरों मे पेट्रोल पंप के पास मुफ्त मे tire air भरी जाती है। कइ जगह पैसे लिए जाते है। लेकीन बात जब ऐसी जगह की आती है, जहाँपर हवा भरने की सुविधा नजदीक नही है। गाडी है उसमे कुछ ना कुछ तो खराबी या दिक्कत तो आती रहती है। इसलीए car tyre air pumpअपनी कार मे होना फायदेमंद है।

Types of car tyre air pump

Amazon, flipkart जैसे ऑनलाईन वेबसाईटपर अलग अलग कंपनी और क्वालीटी की car tyre air pump

उपलब्ध है। यह car tyre air pump मुख्य दो प्रकार के होते है। car tyre air pump manual और दुसरा air compressor tyre inflator

  1. car tyre air pump manual- इसे foot pump भी कहा जाता है। जो पुरी तरह मॅन्युएल होता है। इसे foot pump भी कहते है। बिना बिजली से चलता है। इसे मेहनत लगानी पडती है।
  2. air compressor tyre inflator- यह गाडी के लायटर सॉकेट पर चला सकते है। इसमे मेहनत कम लगती है।

Car tyre air pump price – foot pump और air compressor tyre inflator दोनो की किमत मे और फायदे मे फर्क है। car tyre air pump manual जिसे foot pump भी कहा जाता है air compressor tyre inflator से सस्ता होता है। क्यँकी इसमे कंप्रेसर नही रहता है। यह एक सिलेंडर और दो सिलेंडर मे उपलब्ध है। एक सिलेंडर मे हवा 300 से 400 psi से भरी जाती है। और डबल सिलेंडर car tyre pump से 150 से उपर हवा भरी जाती है।

psi का मतलब है pressure square inch 1 इंच square मे भरी जाने वाली हवा। अब जो manual car tyre pump होते है, उनकी किमत 350 से लेकर 1500 तक मिल जाता है। और air compressor tyre inflator किमत 1200 से लेकर 4000 तक होती है। किमत इसमे दी गयी कंप्रेसर और क्वालीटी पर निर्भर होती है।

Best car tyre air pump India

अपनी कार के लिए कौनसा car tyre air pump ले?

           Manual car tyre pump हवा भरने के लिए पैरों से चलाना पडता है। अगर टायर मे कुछ भी हवा नही है। तो हवा भरने के लिए इसे जादा वक्त और मेहनत लगती है। अगर गाडी जादा दिनों तक खडी है, या फिर चलती है, फीर भी कार की अच्छी सेहत के लिए गाडी के टायर की हवा सही मात्रा मे होना जरुरी है। Car tyre air pump पर मिटर लगा रहता है, जीसे आप टायर की प्रेशर चेक कर सकते है। अगर कम है तो भर भी सकते है।

         air compressor tyre inflator जो कार के DC मोटर पर चलती है। टायर की पुरी हवा भरने के लिए 5-7 मिनट तक लगता है। लेकीन तुरंत दुसरे टायर मे हवा नही भरे। क्यॅूंकी कम्प्रेसर की क्षमता कम होने के कारण मोटर जलने की संभावना होती है। इसलिए थोडी देर रुक कर फीर इस्तेमाल कर सकते है।

          लेकीन यह car tyre air pump आपत्कालीन स्थिती और दैनिक जाँच के लिए इस्तेमाल कर सकते है। portable car tyre air pump होने के कारण अपनी कार मे कही भी छोटीसी जगह रख सकते है।

How to use car tyre air pump

           इसका उपयोग आसानी से कर सकते है। इसमे आग दिये गये सॉकेट अपनी कार के हवा भरने वाली नॉब पर लगा कर हवा भर सकते है। ना केवल कार बल्की मोटरसायकर, सायकल, बॉल इस तरह के घरमे रहनेवाली अन्य उपकरण के लिए भी उपयोग कर सकते है।

How much air to pump for car tyre

        टु व्हीलर और फोर व्हीलर हर गाडी के टायर की हवा का प्रेशर अलग अलग होता है। मॅन्युएल मे दिया जाता है। अपनी कार मे कितनी psi हवा भरनी है, यह देख कर  सही मात्रा मे हवा होना जरुरी है। गाडी का टायर सही रहना बहुत जरुरी है। जादा हवा भरने से टायर गर्मी के कारण फटने की संभावना होती है। टायर मे कौनसी हवा सही है? यह भी यहाँ पढे

        Car tyre air pump के जादा जानकारी के लिए ॲमेझॉन की लिंक पर चेक करे।

Double cylinder air pump- https://amzn.to/4aPCbmA

Single cylinder air pump – https://amzn.to/3TYxi3H

Car tyre inflator – https://amzn.to/4aE5F6T

Tusa tyre inflator- https://amzn.to/4aSDku1

Car AC Cooling Problems- कार की एसी ठंडी नही हो रही है।Car AC Cooling Problems-

Car AC Cooling Problems

गर्मी के मौसम मे कार चलाना काफी मुश्कील होता है, जब कार की एसी बंद Car AC Cooling Problems रहती है। या ठंडा कम होती है। अगर कार की vents से ठंडी हवा नही आर रही है, या कम आ रही है। तो कार की एसी मे कुछ गडबडी जरुर है। कार एसी की ठंडी हवा यात्री और ड्रायवर को सुरक्षित और आराम का एहसास दिलाती है। तो चले देखते है, किन वजह से कार की एसी ठंडी क्यॅूं नही होती है।

कार की एसी कैसे काम करती है यह अगर हम समझ जाये तो आपको उसकी वजह ढूँढने मे मदत होगी। कार की एसी मे कंप्रेसर, कुलींग कॉईल, फॅन, कंडेन्सर यह पार्ट होते है।

car ac parts

कार की एसी ठीक से नही चल रही तो उसके कुछ लक्षण हमे दिखाई देते है। Car air conditioning troubleshooting

Car AC issues

  1. weak airflow –  कार की एसी की ठंड हवा गाडी के अंदर भेजने का काम एक मोटर करती है। अगर इस मे खराबी है या उसपर धूल मिट्टी है तो हवा का प्रमाण कम आता है।
  2. गरम हवा Car AC not blowing cold air – अगर एसी से ठंड हवा के वजह गरम हवा आ रही है, तो कम्प्रेसर मे खराबी है।
  3. बदबू आना- अगर एसी से बदबू आ रही है, तो तुरंत मेकेनिक को दिखाना जरुरी है। वायर शॉर्ट हो चुकी है या अंदर पुरा जम कर गंदगी फंसी है।
  4. एसी के अंदर से आवाज आना- अगर जादा मात्रा मे एसी आवाज कर रही है, तो उसकी बेअरींग या कम्प्रेसर की खराबी या फिर कही लूज कनेक्शन है।

जादा तर एसी मैकेनिक गैस लिकेज बताते है। लेकीन एक बार अगर गैस भरवाया तो जल्दी निकलता नही। अगर कही लिकेज है तो ही यह समस्या बार बार बाती है। रेडीएटर फॅन और केंडेन्सर जो फॅन के सामने लगा रहता है, उसे अगर आप बीच बीच मे पानी से धोते है, तो एसी ठंडा रहने का प्रमाण जादा रहता है। गाडी जब चलती है तभी इसपर धूल मिट्टी बैठ जाती है जिस कारण ठंडा होने मे दिक्कत आती है।

car ac condenser

ध्यान रहे Car AC Cooling Problems बडी है तो घर पर न करे। किसी अच्छे मेकेनिक से काम करावाये। लेकीन अगर आपको थोडी जानकारी है, तो आपको खर्चे का अंदाजा आयेगा। इस वेबसाईट Common car AC problems पर मेहत्वपूर्ण जानकारी दि गयी है।

Dust cleaning brush for car-आपके कार को रखे हमेशा साफ

dust cleaning brush for car

आपके कार को रखे हमेशा साफ dust cleaning brush for car

कार पर धुल मिट्टी तो आती है। हम रोज रोज तो नही धो सकते। इसलिए एक ऐसा ब्रश जो कपडे से बेहतर है। जिनके पास कार है, वो सभी जानते है की  कार कितनी भी बार साफ रखे उसपर धुल मिट्टी जमही आती ही है। अब रोज रोज तो हम car washing सेंटर पर तो नही देंगे। आजकल तो सारे लोग बिजी रहते है। जब गाडी निकलने का समय आता है, तब पता चलता है गाडी पर धुल मिट्टी जम कर बैठी है। उसपर कुछ क्रियेटीव लोग या बच्चे उंगली से डिजाईन करते, नाम लिखते है। यह सब देख आप परेशान हो जाते है। कपडे से पोंछ ना चाहो तो काफी टाईम लग जाता है। इसका इलाज है dust cleaning brush for car.

How do you clean dust out of a car?

बजार मे dust cleaning brush for car मिलते है। इसे केवल कार को साफ करने के लिए बनाया जाता है। इसके ब्रिस्टल्स मुलायम होते है। कार के कलर को कोई नुकसान ना पहॅुंचे इसलिए ब्रिस्टल पर मोम जैसी केमीकल का इस्तेमाल किया जाता है। इसे लंबा स्टिक होने के कारन कार के उपरी हिस्सा और अंदरुनी भी साफ किया जा सकता है।

What brush is safe for car paint?

कार का रंग पर कोई नोकिली चीज रगडी जाये तो उसपर निशान बन जाते है। इसलिए जब हम कपडे से गाडी को साफ करते है तभी जो छोटे छोटे मिट्टी/पत्थर के कण होते है जो गाडी के कांच और अन्य हिस्सेपर कपडे से रगडे जाते है। जिस कारण निशान बन जाते है। कांच पर स्क्रॅचेस आनेसे कांच जल्दी खराब होने लगती है। धुंदला दिखाई देता है। इसलिए सामान्य कपडे के बजाए microfiber कपडा इस्तेमाल करे। या फिर dust cleaning brush for car  का इस्तेमाल करे। लेकीन बजार मे उपलब्ध सामान्य ब्रश ना ले।  जिस ब्रश पर ब्रिस्टल होते है, वो microfiber से बने और उसपर केमीकल लगाया जाता है। इसकी पुरी जानकारी लेकर ही खरीदे।

Whick brush can I use for my car?

ऑनलाईन और अपनी नजीदीके दुकान पर dust cleaning brush for car मिल जायेगा। लेकीन अच्छी क्वालीटी का होना जरुरी है। जैसे की उपर बताया है। Jopasu car duster भी आप ऑनलाईन order कर सकते है। लेकीन इसके कुछ फायदे और कमीया भी है।

फायदे 1. इसके ब्रिस्टल पर कोटींग होने के कारण काफी मुलायम है। आपकी कार पर खरोच भी नही आयेगी.

         2. इसकी स्टीक की लंबाई गाडी के उपरी और अंदरुनी सफाई आसानीसे कर सकते है।

         3. आसानीसे और तुरंत सफाई कर सकते है।

         4. इसे हम बार बार लंबे समय तक इस्तेमाल कर सकते है। जल्दी खराब नही होता।

 कमी 1. इसके ब्रिस्टलपर केमीकल का लेयर है। इसी कारण यह ब्रश सिर्फ सुखा होनेपर ही इस्तेमाल करना है।  

            पानी से इसपर डस्ट चिपक जाती है, और इसीतरह इस्तेमाल करते है, तो खरोच आ सकती है।

        2. इसके ब्रिस्टल सफेद रंग के होते है। जो इस्तेमाल के बाद मैले हो जाते है। और इसपर केमीकल का  

           आवरण रहने से इसको धो नही सकते। तो कुछही दिनों मे यह चीज गंदी नजर आने लगती है।

Conclusion – dust cleaning brush for car काम की चीज है। इसके फायदे है। आपकी गाडी को रखे साफ सुथरा। आसानी से इस्तेमाल कर सकते है।

Tyre care of car –  गाडी  के टायर और हमारी सुरक्षिता।

गाडी चलानेसे पहले आपने यह चिजे जाँच ली है। check point before driving?

 टायर

क्या आपकी गाडी सुरक्षित है?

              सडक दुर्घटना की कई वजह हो सकती है। जैसे की ओवरटेक गलत तरीके से करना। जरुरत से जादा स्पीड के कारण ड्रायवर का कंट्रोल खो देना।  टायर के फटनेसे गाडी की दुर्घटना। वाहन चलाने वाले ड्रायवर अगर नियमों का पालन करते है, और सावधानी से वाहन चलाते है, तो होनवाली दुर्घटना काफी मात्रा मे कम हो सकती है। भारत मे टायर के फटनेसे कार की दुर्घटना होती है? क्या वजह होती है। कभी सोचा है। केवल टायर की क्वालीटीही नही बल्की कुछ चीजें हमे भी ध्यान देना जरुरी है।

गाडी के टायर कब बदलना चाहिये? When tyre change?

               आज हम बात कर रहे है। टायर के फटनेके कारण होनेवाली दुर्घटना। दोस्तो सोशल मिडीयापर आपने कई बार ऐसे दुर्घटना की विडीओ देखी होगी। लेकीन अगर थोडासा ध्यान दे कर अपने वाहन के टायर जाँच करते है, तो शायद ऐसी दुर्घटना से बच सकते है। टायर फटने के कई कारण होते है। जैसे की टायर पुरा घीसा हुआ है। टायर मे हवा कम है। टायर की क्वालीटी निजी स्तरपर है। रिमोल्ड टायर इस्तेमाल करना। यह सब जानने के लिए हमे टायर किस तरह जाँच लेना है, इसकी जानकारी होनी चाहीए।

क्या आपने कभी इसपर गौर से देखा है। टायर जो अंक होते है, उनका मतलब क्या होता है?

tyre mfg date

life of car tyres

टायर अंक होते है। जो टायर की बनाई तारीख होती है। जैसे की 0222 इस चार अंक मे पहले वाले दो अंक सप्ताह बताते है, और बाकी दो अंक साल के होते है। इस अंक मे 02 यानी साल का दुसरा सप्ताह जनवरी  का दुसरा सप्ताह और साल 2022। नयी टायर खरीदनेसे पहले इस पर ध्यान दे। दो साल से जादा पुराना टायर ना खरीदे।

           इसके अलावा हर कंपनी के टायर पर एक निशान (thread) होता है। टायर के डीजाईन मे (thread) जो खाई जैसा होता उसमे एक निशान बनाया जाता है। करीबन 1.6 mm की होती है। इसका मतलब यह होता है, की जब टायर घीसता है तो इस निशान तक घीसने पर टायर बदलना जरुरी है। लेकीन अगर यह थ्रेड सही है पर टायर की बनाई तारीख 2 साल से जादा है तो यह टायर भी लायक नही है।

Tyre life of car in km

करीबन 50  हजार गाडी की रनींग के बाद टायर अवश्य जाँच ले।

Tyre puncture

           आज कल तो हर गाडी मे टयुबलेस टायर का इस्तेमाल करते है। कई बार नोक वाली चीज के वजह से टायर पंक्चर होते है। पंक्चर निकालने के बाद टायर इस्तेमाल होता है। लेकीन अगर 4-5 पंक्चर है, तो टायर बदलना ही समझदारी है। टायर का पंक्चर अगर साईड मे है, तो टायर ब्लास्ट होने  की संभावना होती है। हमेशा अपनी कार मे पंक्चर निकालने वाला किट रखे। ताकि लंबे सफर या जहाँपर गैरेज की सुविधा नजदीक ना हो वहाँ उपयोग हो सकता है।

Tyre air

टायर मे हवा सही मात्रा मे रखना जरुरी है। टायर मे नायट्रोजन गैस या नॉर्मल हवा भरी जाते है। इस वेबसाईट पर आपको जादा जानकारी मिलेगी।

 टायर के अच्छी सेहत के लिए हवा सही मात्रा मे रखना जरुरी होता है। इसलिए अपनी गाडी मे टायर inflator है तो आसान होगा।  आप कभी भी टायर की हवा जाँच सकते है।

Tyre size

इसके अलावा टायर पर अन्य अंक होते है जो टायर का साईज दिखाते है। जैसे की 177/55। इसका मतलब है, इस टायर का पुरा लंबाई 177mm और चौडाई 55mm है। ध्यान रखे गाडी के टायर जो कंपनी ने बताई है वही साईज के इस्तेमाल करे। कई बार जुगाड कर साईज अलग अलग साईज के टायर डाले जाते है। इस कारण गाडी का नुकसान हो सकता है।

साईड से अगर छोटे छोटे क्रैक आ चुके है, तो  भी टायर बदल देना सही है। क्यूँकी ऐसी टायर रनिंग पर फटने की संभावना जादा होती है। जादा तर टायर अपनी नजदीके व्यापारी से खरीदे। ऑनलाईन खरीदनेपर खराब भी आ सकता है। सीधे डीलरसे खरीदने से देखकर ले सकते है। सस्ता है इसलिए ऑनलाईन मंगवॉनेसे  नुकसान भी हो सकता है।

Spare tyre

      जादातर गाडी मे स्पेअर टायर होते है। लेकीन इस टायर पर ध्यान न देने के कारण जब काम निकलता है, तो पता चलता है, की टायर मे हवा ही नही है। या फिर पंक्चर है। तो इस टायर का भी ध्यान रखना जरुरी है।

             आपके क्षेत्र के मौसम का भी असर पडता है। ठंड की जगह टायर की आयु जादा होती है। वही गरमी मे टायर जादा खराब होते है। गरमी मे टायर और रास्ते से घिसने से जादा मात्रा मे गर्मी का निर्माण होता है। जिसका असर टायर के रबड पर पडता है।

गाडी की ड्रायव्हिंग पर भी निर्भर होता है। अगर गाडी तेज चलाते है और अचानक ब्रेक दबाते है। और इस तरह का बर्ताव हमेशा है, तो टायर घीस कर जल्द खराब हो जाते है। नयी कारों मे तो टायर मोनिटेरींग सिस्टीम दिया जाता है। जिसे हमे डॅशबोर्ड पर टायर की कुछ समस्या हो तो दिखाई जाती है। लेकीन यह सुविधा पुरानी गाडी मे नही है।

पुरानी कार खरीदने से पहले इसके अलावा 16 मुद्दे जाँच ले।

Conclusion :  करीबन 50  हजार गाडी की रनींग के बाद टायर अवश्य जाँच ले। लंबी सफर मे जाने से पहले एक बार सभी चीजें सहीसे देख ले। टायर अगर 4-5 बार पंक्चर है, तो बदलना जरुरी है। टायर पंक्चर निकलने वाला किट हमेशा अपनी गाडी मे रखे। पुराना और रिमोल्ड  टायर का इस्तेमाल ना करे।

Best Necessary Car Accessories for Used Cars in India

necessary car accessories

       

Necessary car accessories for used car in India in Hindi

आजकल नई कारों में कई शानदार एडवांस फीचर देखने को मिलते है। लेकिन मिडिल क्लास के लोग जिनका बजट कम होता है वो अपनी जरूरत और बजट के अनुसार अच्छी कंडीशन में पुरानी सेकंड हैंड कार भी लेना पसंद करते है। आज हम भारत मे पुरानी कार के लिए जरूरी एसेसरीज के बारे में जानेंगे जो आप की पुरानी कार के लिए बहुत उपयोगी होने के साथ नई गाड़ियों की तरह फील देंगे। इन एडवांस फीचर आप की के लिए बहुत ही ज्यादा उपयोगी साबित होंगे।

यहाँ पर हम कुछ ऐसे एसेसरीज के बारे में बता रहे है जो आप की कार के लिए बेहद उपयोगी है। आप इन एसेसरीज को ऑनलाइन शॉपिंग साइट अमेजन आदि से आसानी से खरीद सकते है। इनकी कीमत 700 से लेकर 6000 रुपये तक है। तो आइए जानते है टॉप नेसेसरी कार एसेसरीज फ़ॉर यूज्ड कार इन इंडिया (Necessary car accessories for used car in India) के बारे में –

What can I modify on my car in India?

रिवर्स पार्किंग कैमरा – reverse car parking camera

आजकल लगभग सभी नई कारों में रिवर्स पार्किंग कैमरा का एडवांस फीचर देखने को मिलता है। लेकिन पुरानी कारों में यह फीचर नही होता जिससे कार को बैक करके पार्क करने में काफी परेशान होती है। लेकिन अच्छी बात यह है कि आप अपनी पुरानी कार में भी रिवर्स पार्किंग कैमरा लगा सकते हैं। रिवर्स पार्किंग कैमरा लगा होने से कार में बैठकर गाड़ी को पार्क करने में सुविधा होती है। इसकी जानकारी के लिए आप यहाँ क्लिक करे।

टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम – tire pressure monitoring system

 कई बार जब हम लंबे सफर पर निकलते हैं तो सफर के दौरान कार के टायर का प्रेशर मॉनिटर करना जरूरी होता है। टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम ग्रीन, रेड, येलो सिग्नल के माध्यम से हवा का स्तर बताता है। यह किसी भी कार के लिए एक उपयोगी एसेसरीज है। इसकी जानकारी के लिए आप यहाँ क्लिक करे।

टायर इन्फ्लेटर पंप- Tire inflator pump

टायर इन्फ्लेटर पंप कार के लिए एक बेहद जरूरी एसेसरीज है। लॉन्ग ड्राइव पर जाना हो या किसी लंबे सफर पर जाना हो कई बार ऐसा होता है कि कार का पहिया धोखा दे जाता है। ऐसे में टायर इन्फ्लेटर पंप की मददगार होता है। आप इसे ऑनलाइन शॉपिंग साइट अमेजॉन से 1000 रुपये के अंदर खरीद सकते हैं।

स्मार्ट इन्फोटेनमेंट सिस्टम- Smart infotainment system for car

आजकल यह फीचर काफी लोक प्रिय हो रहा है। यह आपको पुरानी कर में भी नये जैसा फील करने के लिए बेहतरीन एसेसरीज है। आजकल स्मार्ट इनफॉर्मेंट सिस्टम एंड्रॉयड और ओएस सपोर्ट के साथ आता है जिसमें आप गूगल मैप, एप्पल कारप्ले, एंड्राइड ऑटो कनेक्टिविटी आदि की सुविधा पाते हैं। मार्केट में यह 9 इंच के टचस्क्रीन डिस्प्ले के साथ आता है। आप इसे ऑनलाइन शॉपिंग साइट अमेजॉन से खरीद सकते हैं।

KNOW MORE…

हेड अप डिस्प्ले – Head up display

हेड अप डिस्प्ले एक बेहतरीन सेफ्टी फीचर वाला एसेसरीज (Necessary car accessories for used car in India) है। यह ड्राइवर को इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर की पूरी जानकारी छोटे से डिस्प्ले पर दिखता रहता है। इससे ड्राइवर का ध्यान नहीं भटकता। यह बहुत ही छोटा लेकिन बहुत ही काम की एसेसरीज है जो आपकी कार में जरूर होना चाहिए। आप इसे ऑनलाइन शॉपिंग साइट अमेजॉन से भी खरीद सकते हैं।

इंटीरियर वैक्यूम क्लीनर – interior vacuum cleaner

किसी भी कार के इंटीरियर को साफ सुथरा बनाने में इंटीरियर वैक्यूम क्लियर क्लीनर बहुत ही काम का होता है। कई बार कार के कोनों की सफाई करने में काफी मुश्किल होती है। लेकिन इंटीरियर वैक्यूम क्लीनर की मदद से कोने-कोने की सफाई आसानी से की जा सकती है। ऑनलाइन शॉपिंग साइट अमेजॉन पर आप इसे 500 रुपये के अंदर खरीद सकते हैं।

Detail …

दोस्तो हम उम्मीद करते है आप को Necessary car accessories for used car in India पसंद आया होगा। आप इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करके उनको भी जरूरी कार एसेसरीज के बारे में बता सकते है।

Second hand car खरीदनेसे पहले जाँच ले 15 points ध्यान रखे।

New car vs used car in India

इस आर्टीकल को पढने के बाद आप नई कार लेने से पहले सौ बार सोचेंगे

new car vs used carr

नई कार की 50 प्रतिशत किमत आप सरकार को दे रहे है।

क्या नई कार से पुरानी कार खरीदना बेहतर है।

New car vs used car which is better?

अगर आपके मन यह सवाल है, तो आगे जरुर पढे।

           दरअसल हर मिडल क्लास फॅमिली का सपना होता है, अपनी खुद की कार खरीदना। अच्छी नौकरी मिलते ही, घर और फिर कार खरीदना अब आसान हो चुका है। लोगों की बढती आय और दुसरे से प्रतियोगीता करने का ख्वाब। लोन पर खरीदना और भी आसान है। अगर आपकी आमदनी काफी है, तो कार लेने मे कोई दिक्कत नही है। पर अगर कार लेने से आपको महिने के आखिर मे पैसो की कमी होती है, तो आपको इसपर विचार जरुर करना होगा।

Gst on new car vs used car

         जब गाडी लेने की सोचते है, तो गाडी की किमत देखते है। ऑनलाईन तो गाडी की ex showroom price पता चलती है। मानलो आप Hyundai कंपनी की hatchback car i10 लेने की सोच रहे है। गाडी की ex showroom price है 584350/- अब इसपर gst 18% है। और 1% cess कुल मिलाकर 29% टैक्स जाता है। ये सब गाडी की ex showroom price मे होते है।अगर टैक्स नही लगाते या कम होता तो गाडी की किमत भी कम होती। गाडी का इंजन capacity और गाडी की लंबाई पर gst तय किया जाता है।

कार जब पुरानी हो जाती है, तो उवकी वैल्यु कम हो जाती है। gst का कोई सवाल नही होता।

 LengthEngine CCGSTCESS
LPG/CNG/PETROL4 meter1200cc18%1%
Diesel4 meter1500cc18%3%
PETROL/DIESEL/CNG<4 meter<1500cc18%17%
SUV<4 meter<1500cc18%22%

अगर आप लक्झरी कार खरीदते है, तो आप 50 प्रतिशत टैक्स गव्हर्नमेंट को देते है।

New car vs used car pros and cons

              RTO टैक्स करीबन 7% होता है। car insurance अनिवार्य है। जो नयी गाडी मे 25000 से लेकर 32000 तक होता है। गाडी खरीदते समय लेना पडता है। इसके बाद हर साल 3500 से 6000 तक इन्शुरन्स भरना पडता है। गाडी के Value पर निर्भर होता है। हर साल गाडी की किमत कम होती जाती है। उसी तरह इन्शुरन्स कम होते जाता है। हर साल अंदाजा 10 प्रतिशत किमत कम होती है। आनेवाले 5 सालों मे उसकी किमत 50 प्रतिशत कम होती है।

                भारत मे जादा तर लोग लोन पर गाडी खरीदते है। लोने लेते समय 20 प्रतिशत down payment करना पडता है। कुछ ऑफर मे 0 down payment मे भी होते है। गाडी का लोन 3 साल से 7 साल तक होता है। कार लोन पर 9 प्रतिशत ब्याज बैंक लेती है।

                 गाडी को चलाने के लिए fuel की जरुरत है। अगर पेट्रोल गाडी है। गाडी लेने वाला अगर हर दिन 30km एवरेज भी गाडी चलाते है, तो महिने का 800km गाडी का रनिंग हो जाता है। घुमने फिरने जाते है, तो और बढ भी जाता है। गाडी का मायलेज 15 से 20 का होता है। इसे महिने का 53 ltr पेट्रोल लगता है।

अगर आज की बात करे तो पेट्रोल 100-107/ltr है। 106/लिटर से 5618 रु. हर महिने खर्च आता है। अगर गाडी 5 साल चलाते है, तो 337080 तक खर्च हो जायेंगे। उसके बाद मेंटेनन्स खर्च हर साल 4000-5000 तक आता है। जिसमे पार्ट्स, मेंटेनन्स, रिपअर आता है। उसका 5 साल के लिए 25000रु.

अभी हम देखते है, गाडी की असली किमत कितनी होती है।

Ex showroom price – 584350/-

RTO Passing –        40904/-

Insurance –           30000/-

Loan 80% (9% ROI) 210364/-

Fuel                 337080/-

Maintenance         25000/-

Total cost           1227698/-

New car vs old car total cost

            उपर दिये गये आंकडे अंदाजा लगाये है। लेकीन जादा फर्क नही है। आप निश्चित कर के देखे। जो गाडी ex showroom price  584350 मे है, वह आपको 1227698 जेब से खर्च करवाती है। अन्य चीजें जैसे घर लेते है, तो उस लोन पर भी ब्याज होता है। लेकीन उसपर टैक्स के लिए छुट है। सिवाय घर का दाम सालो साल बढता जाता है। और बात करे रोज के इस्तेमाल की तो गाडी की बढती मांग के कारण रास्तों पर ट्राफीक जाम की समस्याए महानगरोमें जादा है। जिस कारण वक्त जादा बर्बाद हो जाता है।

कुल मिलाकर नई गाडी लेना महंगा पड जायेगा। महानगरों मे सार्वजनिक यातायात के लिए वाहन आसानी से और किफायती मे मिल जाते है। पर खेडे गाँव या छोटे शहरों मे सार्वजनिक वाहनों की कमी होती है। इसलिए अगर आप ऐसी जगह रह रहे है, तो परिवार के लिए कार की जरुरत होती है।

should I buy a new car or used car? क्या नई कार खरीदना नही चाहीये?

            अगर आपके परिवार के लिए गाडी की जरुरत है, तो आप second hand car खरीद कर जरुरत पुरी कर सकते है। पुरानी गाडी कैसे खरीदे, कौनसी चीजोंपर ध्यान दे, इसके लिए 16 मुद्दे जरुर पढे। आज भी कुछ लोग पुरानी गाडी खरीदना पसंत करते है। इस्तेमाल कर बेच देते है। फिर से दुसरी गाडी खरीदते है। इसे अलग अलग कार चलाने और मजे लेते है।

Conclusion – अगर आमदनी कम है, लेकीन पुरी फॅमीली के लिए कार की सक्त जरुरत है, तो आप second hand car खरीदना समझदारी है। पुरानी गाडी मे कुछ फायदे और नुकसान भी होता है। जानने के लिए इस ब्लॉग पर जरुर पढे।

WOW! Yakuza electric car – केवल 1.70 लाख के अंदर मिलेगी electric car

yakuza

Yakuza electric car जो karishma नाम से बझार लाँच की गयी है। जीसमे आपको बडी कार के कुछ फिचर्स मिलेगे। जैसे sun roof, rear camera, power steering, power window, anti theft alarm system. जिसकी शोरुम किमत 1 लाख 70 हजार कंपनी ने रखी है।

Yakuza electric car किन लोगों के लिए बनायी गयी है?

दोस्तो आजकल तो बाईक भी 1.5 लाख से उपर मिलती है। जिसपर केवल 2 लोग सवारी कर सकते है। लेकीन यह electric car जो आपको धुप, बारीश और ठंड से बचायेगी ओ भी बाईक के दाम मे। हम सब जानते है, electric car की किमते जादा होने के कारण middle class वाले electric car चाह कर भी खरीदनेसे पिछे आते है। और cng कार खरीद लेते है। या फिर second hand car खरीदते है। गाडी की खरीददारी कम मे होती है, पर रोज का सफर महंगा होता है। उन लोगों के लिए यह कार बिलकुल सही है।

Yakuza electric car की कंपनी कहा की है?

Yakuza भारतीय कंपनी है। Maa Luxmi E-Vehicles Private Limited company तहत इसका उत्पाद हो रहा है। हरयाणा मे इस कंपनी का उत्पादन होता है। TATA Nano और MG COMET जैसी कारे middle class लोगोंकी जरुरते पुरी करती है। लेकीन Tata Nano बेहतरीन होने के बावजुद भी कंपनी ने इसका उत्पादन बंद कर दिया है। MG comet गाडी बेहतरीन है, पर उसकी किमत करीबन 8 लाख है। जिस किमत मे अन्य hybrid कार मिल जाती है। इसलिए yakuza electric car इन दोनो को पर्याय उपलब्ध करती है।

Yakuza electric car के फीचर्स क्या है?

इस कार मे 60v45ah बैटरी का उपयोग किया गया है, जो 6-7 घंटो मे पुरी जार्च होती है। एकबार चार्ज होने के बाद यह कार 50-60 किती तक चलती है। चार्ज करने के लिए charger connection Type2 का इस्तेमाल किया गया है। इस कार मे दो दरवाजे है। तीन लोगों के सवारी के लिए बनायी गयी है। आगे ड्रायवर सीट और पिछे दो सिटे। सामनेसे यह कार mg comet जैसी लूक देती है। जिसपर  ब्लॅक ग्रील लगवाया गया है। power window की भी सुविधा दी गयी है। alloy wheels के कारण उसकी खुबसुरती बढ गयी है। यह कार 6 कलर मे उपलब्ध है। Blue, Red, White, Black, Orange, grey

Yakuza electric car मे सबसे अच्छी चीज कौनसी है?

 इस गाडी को शुरु करने के लिए बटन दिया गया है। जिससे गाडी स्टार्ट होती है, औैर बंद भी कर सकते है। बैटरी पर चलने के कारण pollution कम करती है। गाडी इतनी छोटी और कम किमत मे होने के बावजूद भी गाडी मे स्क्रीन दी गयी है। जिसपर आप म्युझीक लगा सकते है। Reverse parking camera दिया गया है। ventilated roof यानी sun roof जैसी सुविधा का उपयोग किया गया है। मतलब लक्जरी गाडी का अनुभव आपको मिलेगा। इस कार मे anti theft alarm system भी ‍दी गयी है। जो चोरी से आपकी कार का बचायेगी।

Yakuza electric car मे क्या कमी है?

इतनी सारी फीचर्स के बावजुद भी इस गाडी मे कुछ कमीयाँ भी है। इस कार मे केवल 3 लोग ही बैठ सकते है। हालाँकी भारत मे फॅमीली कार मे 5 सीटे होती है। जो लोग कार अपनी परिवार के साथ घुमले फिरने के लिए खरीदते है, उनके लिए यह कार कुछ काम की नही है। यह कार एक चार्ज मे केवल 50-60 किमी तक ही चलती है।

अरे भाई इससे जादा तो दोपैयो वाले घुमते है। इस कार के दरवाजे दो है। जो एक साईट खुलते वक्त ड्रायवर सीट और पिछे के एक दरवाजा ऐसेही दुसरी तरफ खुलता है। अंदर जगह काफी कम है। इस कार मे AC नही है। इसके जगह Air blower दिया गया है। sun roof वाली कारों मे छत atomatic होता है। लेकीन इस कार मे व्हेंटीलेशन के लिए उपरसे हवा आने के लिए मेन्युएल छोटासा  ventilated roof दिया गया है। मतलब ये sun roof नही है। बैटरी मी पावर कम होने के कारण यह कार लंबी सफर मे काम नही आयेगी।

Conclusion –

यह एक कॉम्पेक्ट कार है। जो केवल तीन लोगों के लिए बनायी गयी है। यह कार केवल स्थानीय उपयोग के लिए बनायी गयी है। लंबी सफर के लिए इसका उपयोग करना थोडा मुश्कील है। कार लेने से पहले पुरी जानकारी ले।

अगर आप कम किमत मे अपनी खुद की कार लेने चाहते है। तो आप पुरानी गाडी भी खरीद सकते है। पुरानी गाडी खरीदने के लिए इस ब्लॉग पर दी गयी जानकारी जरुर पढे।

Hydrogen कार की जानकारी

Disclaimer – इस ब्लॉक पर दी गयी जानकारी केवल सामान्य स्तरपर दी गयी है। यह विशषज्ञ की सलाह न समझे। कृपया electric vehicle की जानकारी के लिए क्षेत्र के विशेषज्ञ से संपर्क करे।

What is the process of selling your car that is on a bank loan?  क्या आप अपनी कार बेचना चाहते है? पर कार लोन पर लीया है, तो कैसे बेचे?  How to remove Hypothecation?

car loan

आम तौर पर गाडी बेचनेवाले और खरीदने वाले इन दोनों के बीच व्यवहार होकर गाडी बेची और खरीदी जाती है। लेकीन अगर गाडी लोन पे ली है, और अभी भी outstanding loan बाकी है। तो बेचना थोडा मुश्कील हो जाता है। लेकीन हम इस आर्टीकल मे बतायेंगे कैसे इसे सुलझाये।

अगर गाडी पर लोन अभी भी बाकी है, और आप अपनी गाडी बेचना चाहते है, या किसी और से गाडी खरीदना चाहते है, तो सबसे जरुरी बात होती है hypothecation हटाने की।

Hypothecation क्या है?

गाडी के R.C. यानी Registration Certificate से Hypothecation निकलवालेने  के लिए NOC जरुरी है। Hypothecation का मतलब है, बोज। आपकी गाडी पर जो car loan का बोज है, उसे उठाना जरुरी होता है।

Hypothecation कैसे हटाये?

जो गाडी लोन पर लेते है, उस गाडी के RC पर लोन देनेवाली बैंक का नाम लिखा रहता है। लेकीन अगर गाडी का लोन अभी भी बाकी है मतलब outstanding loan है, तो बैंक NOC नही देगी। Hypothecation निकालवाने के लिए आपको गाडी का पुरा लोन repayment करना पडेगा। Hypothecation हटा ने के लिए आपको निचे दिये गये documents अपनी RTO ऑफीस मे जमा करनी होती है।

1) Form 35 (2 कॉपी) वेबसाईट पर मिल जायेगा।

2) original RC – गाडी का पंजीकरण प्रमाणपत्र

3) पॅन कार्ड झेरॉक्स

4) Original NOC

5) Car Iinsurance (गाडी का इन्शुरन्स)

6) PUC

7) पता- इलेक्ट्रिक बील, फोन बील, आधाराकार्ड

8) Fees – फीस

            यह सब document जमा करने के बाद ऑनलाईन parivahan.gov.in इस वेबसाईट पर application करना जरुरी है। उसके बाद उपरे बताए सब कागजाद नजदीकी परिवहन कार्यालय मे जमा करने होते है। उसके बाद 3 से 4 हप्ते बाद यह प्रक्रीया पुरी हो जाती है। नई RC Book आपके पते पर परिवहन कार्यालयसे मिल जाती है। और आप उस गाडी की स्वामित्व (ownership) बन जाते है। उस गाडी की बिक्री करने का पुरा अधिकार प्राप्त हो जाता है।

          अगर गाडी पर लोन है, तो आपको NOC नही मिलती है। उस वक्त आपको बैंक का पुरा loan repayment करना जरुरी होता है। बैंक का लोन repayment करने की शर्ते होती है। bank lock-in period होता है। मतलब अगर आपकी बैंक का lock-in period 1 साल है, तो आप 1 साल के अंदर बैंक का पुरा repayment करेंगे तो आपको पेनल्टी भरनी पडेगी। पेनल्टी हर बैंक की विभिन्न होती है। आपके outstanding loan के 3 प्रतिशत से लेकर 6 प्रतिशत तक होती है। बैंक पर निर्भर होता है।

जब कार की बिक्री की किमत तय करते समय बैंक की पेनल्टी भी ध्यान रखते हुए किमत तय करनी होगी। वरना यह सौदा घाटे का हो सकता है।

           खरीदने वाले और बेचनेवाले की बीच ये सब चीजें साफ होनी जरुरी है। ताकि व्यवहार बिना दिक्कत सफल हो जाये। अगर पेनल्टी भरने के बावजुद भी बिक्री की किमत जादा है, तो आपका फायदा है। लेकीन अगर पेनल्टी जादा है, तो आपका नुकसान हो जाता है। गाडी के कंडीशन पर निर्भर करे की कौनसी किमत सही है।

लोन पर रही गाडी की बिक्री और खरीदने का अधिकार जिस वित्तीय संस्था ने लोन दिया है, उसका होता है। कईबार लोन का emi ना भरने के कारण बैंक गाडी को जप्त करती है। और उसकी निलामी करके अपना लोन वसूल करती है। अगर खरीदने वाले और बेचनेवाले दोन भी यह सब बाते जानते है, तो आपसी समझदारी से लोन को ध्यान रखते हुए, और जिम्मेवारी लेते हुए व्यवहार कर सकते है। हालांकी लोन देनेवाली कंपनी/बैंक को बतायें लोन ट्रान्सफर कर सकती है। पुराने मालिक का लोन नये मालिक के नाम पर ट्रान्सफर करना या ना करना यह उस कंपनी या बैंक पर निर्भर होता है।

CONCLUSION – जिस गाडी पर लोन है, उसे बेचना या खरीदने से पहले Hypothecation हटाना जरुरी है। या फिर अगर जिस वित्तीय कंपनी/बैंक का लोन है उन्हे अधिकृत बतायें लोन ट्रान्सफर करे। या फीर सिधे सिधे बिक्री कीमत से लोन repayment करके लोन पुरी तरह भुगतान करे। सही जानकारी रखे और कानुनी तरीके से व्यवहार करे।

पुरानी कार खरीदने से पहले ध्यान रखे

Checkpoint

Car insurance

Car accessories

भारतीय Electric cars लेने से क्यॅूं डरते है।

Why do Indians not purchase electric cars?

भारत मे Electric car लाँच के बाद भी बिक्री मे जादा बढौती क्यू नही हो रही?

Electric car खरीदने के लिए सभी लोग तैयार न होने के कारण

1) Electric cars charging station

भारत मे Electric cars कारों की बिक्री की वृध्दी पेट्रोल और डिजेल कारों से अभी भी कम है। इसकी कई वजह है। चार्ज की सुविधा हर जगह उपलब्ध नही है, यह सबसे बडा कारण है। क्यूँकी खुदकी कार खरीदने का मकसद होता है, अपने मर्जी से घुमना/फिरना। लेकीन अगर कोई अपनी कार लेके लंबी सफर पर निकलता है। तो जैसे पेट्रोल/डिजेल पंप जगह जगह मिलते है। उसी तरह चार्जींग की सुविधा जादा मात्रा मे उपलब्ध नही है।

शायद इसी डर के वजह से लोग EV खरीदने पर राजी नही होते है। Middle class फॅमीली अभी भी जब नई कार खरीदने जाते है, तो पेट्रोल और CNG गैस वाली कार खरीदना पसंत करते है। क्यूँकी यह देश के कोने कोने मै आपको मिलेगा।

2) Electric cars price

electric cars की किमत पेट्रोल और डिजेल कार के हिसाब से Electric car काफी मंहगी मिलती है। जहाँ पर सार्वजनिक परिवहन कमी होती है, वहाँ पर लोग अपनी केवल जरुरत के लिए कार खरीदते है। पर जादा किमत चुकाने मे खुश नही होते है।

3) Electric cars mechanic

electric cars की मरम्मत केवल शोरुप पर ही होती है। स्थानिक बझार मे अभी जादा पैमाने पर मेकेनिक उपलब्ध नही है। लोगों को यह डर है, की अगर हम लाँग ड्राईव्ह पर जा रहे है, और रास्ते मे कुछ खराबी आये तो मेकेनिक तुरंत नही मिलेगा।

हमारे देश के धोरण के नुसार प्रदुषण कम करने के लिए हमे पेट्रोल/डिजेल कार की उत्पादन आनेवाले कुछ सालों मे बंद करवानी होगी और इलेक्ट्रिक कारे और हैड्रोजन कारे इस्तेमाल करने के सिवाय कोई चारा नही होगा। और इसमे फायदे भी है।

कुछ सालों मे सभी जगह इलेक्ट्रिक कारों की संख्या बढेगी और बझार के मांग के नुसार सभी जगह इलेर्क्टिक चार्जींग स्टेशन उपलब्ध होंगे। फिलहाल बझार मे उपलब्ध कारों की बैटरीकी रेंज जादा है। एक चार्जींग मे 250 से 550 किमी तक चल जाते है। और इतने सफर मे कही तो आपको चार्जींग मिलना संभव है।

Electric vehicle life- 15 साल या उसे भी जादा?

पेट्रोल/डिजेल कारों की लाईफ 15 साल है। सरकार की scrap policy के नुसार अब 15 साल के बाद उसका रजिस्ट्रेशन नही करवाया जायेगा। इसकी वहज है पेट्रोल और डिजेल से होनेवाला प्रदुषण। लेकीन इलेक्ट्रिक कारों से प्रदुषण काफी कम है, जिस कारण उसकी लाईट जादा होगी। electric car की scrap policy जल्द ही आयेगी। अगर electric car की लाईफ जादा है, तो उसकी किमत पुरी वसुल हो जायेगी। जादा किमत शुरुवात मे देते है, लेकीन यह कारे जादा साल चलने वाली है, तो उस हिसाब से किमत जादा नही होगी।

जैसे जैसे electric cars बढती जायेंगी, इसकी मेकेनिक भी उपलब्ध हो जायेंगे।

कुल मिलाकर विचार करे तो electric cars किफायती है। इससे प्रदुषण भी नही होगा और कम दाम जादा मायलेज मिलेगा।

5 best Electric cars in india under 20 lac – भारत की 5 इलेक्ट्रिक कार जो 8 लाख से 20 लाख तक मिलती है।

electric cars

Electric cars in india under 20 lac – भारत की 5 इलेक्ट्रिक कार जो 8 लाख से 20 लाख तक मिलती है।इंडिया में इलेक्ट्रिक व्हीकल मार्केट में वृद्धि हो रही है। हालांकि, इसे बर्दाश्त करने के लिए चुनौतियां हैं, जैसे कि मूल्य और दूरी का डर। इस बाजार को वास्तविक रूप से समझने के लिए, आइए गहराई से जानें।

फिलहाल भारत मे इलेक्ट्रिक कार का ट्रेंड आ चुका है। केंद्रीय यातायात मंत्री सन्मानिय नितीन गडकरीजी ने देश मे पेट्रोल डिजेल गाडीयों के वजह से होनेवाले प्रदुषण के बारे मे उत्पाद कंपनीयों को इशारा दिया है। की वे इलेक्ट्रिक और हैड्रोजन कार की निर्माण करे। इसी की शुरुवात करते हुये कार उत्पादक कंपनी इलेक्ट्रिक कार लाँच कर रहे है। भारत मे 20 लाख कें अंदर आनेवाली कारे कौन सही है।

1) Electric cars- MG Comet

MG COMET EV

MG COMET – यह एक प्युअर इलेक्ट्रिक, COMPACT कार है। इसके बावजुद इस कार मे एडवाँस फिचर दि गये है। इस कार की किमत 7.98 लाख से लेकर 9.98 तक मिलती है। इसकी बैटरी 7 घंटोंमे घरपर ही रिचार्ज कर सकत है। एक बार चार्ज होने के बाद 230 किमी. तक चलती है, इसकी बॉडी काफी मजबूत है ऐसा कंपनीका दावा है।

2) Electric cars- TATA TIAGO EV

TATA TIAGO EV

TATA TIAGO EV – टाटा कंपनी की hatchback कार है। इसकी किमत 8.69 लाख से लेकर 11.99 लाख तक है। इसमे आप बैटरी चॉईस कर सकते है। 19.2kWh और 24kWh का पर्याय उपलब्ध है। 19.2kWh वाली 250किमी और 24kWh वाली 350किमी तक रेंज मे चलने का दावा कंपनीने किया है। कंपनीने फास्ट चार्जका बेहतरीन ऑप्शन दिया है, जिस कारन 1 घंटे मे 80 प्रतिशत तक बैटरी चार्ज हो जाती है।

3) Electric cars- TATA TIGOR EV-

TATA TIGOR EV

टाटा की SEDAN कार है। जो 12.49 लाख से शुरु होती है। इस कार मे 26kWh बैटरी इस्तेमाल किया है। सिंगल चार्ज होने पर 315 किमी रेंज देती है।

4) Electric cars- TATA NEXON EV-

TATA NEXON EV

टाटा कंपनी की SUV COMPACT कार है। जिसकी किमत 14.49 लाख से 17.50 लाख तक खरीदा जा सकता है।

5) Electric cars- MAHINDRA XUV400-

MAHINDRA XUV400 EV

महिंद्रा कंपनी की SUV रेंज मे यह कार है। इसकी किमत 15.99 लाख से लेकर 18.99 लाख तक खरीदा जा सकता है। इसमे दो बैटरी पॅक शामील है। जो 150 kmph जनरेट करता है। इसमे 39.5kWh बैटरी पॅक इस्तेमाल किया है। इसकी बैटरी फुल चार्ज होने पर 456 किमी तक चल सकती है। केवल 50 मिनट मे 80 प्रतिशत बैटरी चार्ज कर सकते है।

Conclusion – भारत मे कार उत्पादक कंपनी 2030 तक पुरी तरह इलेक्ट्रिक कार उत्पादन करनेवाली है। भारत सरकार के गाईडलाईन मुताबिक प्रदुषण रोकने के लिए सरकार का धोरण है।

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