
ओडीशा के मुख्यमंत्रीने की टाटा नैनो मे सवाँरी।ओडीशा के सन्मानीय मुख्यमंत्री श्री मोहन चरण मांझी और उप मुख्यमंत्री श्री कनक देव इन्होने टाटा नैनोमे सवाँरी की। इसका विडीओ वायरल हो गया है। जहाँ आजकल नेता बडी लक्झरी कार के साथ दिखते है, वहाँ इस विडीओमे ओडीशा के मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री टाटा नैनो पिले कलर की गाडीसे सवाँरी करते दिखाई देते है। मुख्यमंत्री मांझी टाटा नैनो की ड्रायवर सीट के बगलसीट पर बैठे। उपमुख्यमंत्री ड्रायवर सीट पर बैठे है। सुरक्षा रक्षक तुरंत पीछे सीटपर बैठा। यह बहोत गर्व की बात है, की रतनजी टाटा की गाडीमे राज्य के मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री बैठे है, जो गाडी छोटी हे, और मैन्युअल है। टाटा नैनो हैचबैक प्रकारकी गाडी है।
शायद टाटा नैनो की अहमीयत अब लोगोंको समझ आ रही है।https://x.com/i/status/1875242413461217346
सर रतनजी टाटा अब नही रहे। लेकीन जब जब टाटा की गाडी रस्ते पर दिखाई देती है, तो सर रतनजी की छबी सामने आती है। रतन टाटा की सबसे प्यारी गाडी जो केवल भारतीयोंके लिए बनाई गयी थी टाटा नैनो। टाटा नैनो की जन्म की कहानी तो सभी को पता है। कै. रतनजी जब कही सफर करते थे, तो उनको दिखाई देता था कॉमन मैन। जो दोपैयो की गाडी पर चार चार लोग बैठे चलाते थे। उनमे बच्चे भी होते थे। यह देखकर रतनजी बेचैन होते थे। केवल इसलीय एैसे लोगोंके लिए उन्होने टाटा नैनो का निर्माण किया था।
लेकीन यह गाडी पुरी तरह फ़लॉप हो चुकी है। अब लोगों का टाटा नैनो की अहमीयत समझने लगी है। टाटा नैनो फ़लॉप होने का कारन मार्केटिंग गलत हुई थी। सस्ती कार कहा जाता था। लेकीन उसका आकार आकर्षक नही था। शुरुवात मे गाडी के इंजन मे खराबी के वजह से बदनाम किया गया। टाटा नैनो के तरफ देखनेके नजरीया सही नही था। लेकीन अब सैकेंड हैंड मार्केटमे इसकी मांग काफी है। टाटा नैनो का एवरेज बहोत ही अच्छा है। अंदर काफी स्पेस है। इसलीए इस गाडी मे बैठनेपर बीलकुल एहसास नही होता की, एक छोटी गाडी है। मेंटेनन्स कम है। इस कारण अब इस गाडी की मांग जादा है। लेकीन इसका मैनुफैक्चरींग बंद हो चुका है।
जब जब टाटा नैनो गाडी रास्तेपर चलती है, लोगोंको कै. रतनजी टाटाजीं का सपना सच होते दिखाई देता है।