CarBrake failure

brake failure

अगर गाडी की ब्रेक फेल हो गयी तो क्या करे?

गाडी अगर मैन्युएल है, तो एक्सलेटर दबाकर गेअर को निचे उतारे। मतलब अगर रनिंग मे गाडी 3-4 गियर मे चल रही है, तो उसे एक एक करके निचे उतारे। दौरांन indicator lamp लगाये। तांकि अन्य वाहनों को पता चले की इस गाडी मे कुछ गडबडी है। गियर कम करने से गाडी की रफ्तार कम हो जायेगी। गाडी साईड मे लगा ले। तुरंत मैकेनिक से संपर्क करे।

लेकीन अगर  गाडी automatic है, तो accelator कम करते ही गाडी की स्पीड कम हो जायेगी।

हायवे पर तेज रफ्तार से गाडी  चल रही है, और पता चले गाडी की ब्रेक नही लग रही है। तो परेशान होकर हडबडी ना करे। इसे दिमाग काम नही करेगा। और हादसा होने का संभव है। इसलिए आपत्ती स्थिती मे थोडा सोचना जरुरी है।

Symptoms of brake failure

गाडी के डॅशबोर्ड पर लाल रंग की वार्निग लाईट शुरु होती है। गाडी से आवाज आती है। अगर इस तरह के लक्षण है, तो आगे ना जाये। तुरंत गाडी रोके।

Precaution of brake fail

नियमित रुप से गाडी की जाँच करवाये। इंजन ऑयल, पानी, ब्रेक सिस्टम मैकेनिकसे जाँच करवाये। बारीश के मौसम इन बातों पर जादा ध्यान दे।

अगर पुरानी गाडी खरीदी है, या खरीदना चाहते है तो इसके साथ अन्य 16 चीजे ध्यान रखे। जादा जानकारी के लिए पढे।

New car vs used car in India

इस आर्टीकल को पढने के बाद आप नई कार लेने से पहले सौ बार सोचेंगे

new car vs used carr

नई कार की 50 प्रतिशत किमत आप सरकार को दे रहे है।

क्या नई कार से पुरानी कार खरीदना बेहतर है।

New car vs used car which is better?

अगर आपके मन यह सवाल है, तो आगे जरुर पढे।

           दरअसल हर मिडल क्लास फॅमिली का सपना होता है, अपनी खुद की कार खरीदना। अच्छी नौकरी मिलते ही, घर और फिर कार खरीदना अब आसान हो चुका है। लोगों की बढती आय और दुसरे से प्रतियोगीता करने का ख्वाब। लोन पर खरीदना और भी आसान है। अगर आपकी आमदनी काफी है, तो कार लेने मे कोई दिक्कत नही है। पर अगर कार लेने से आपको महिने के आखिर मे पैसो की कमी होती है, तो आपको इसपर विचार जरुर करना होगा।

Gst on new car vs used car

         जब गाडी लेने की सोचते है, तो गाडी की किमत देखते है। ऑनलाईन तो गाडी की ex showroom price पता चलती है। मानलो आप Hyundai कंपनी की hatchback car i10 लेने की सोच रहे है। गाडी की ex showroom price है 584350/- अब इसपर gst 18% है। और 1% cess कुल मिलाकर 29% टैक्स जाता है। ये सब गाडी की ex showroom price मे होते है।अगर टैक्स नही लगाते या कम होता तो गाडी की किमत भी कम होती। गाडी का इंजन capacity और गाडी की लंबाई पर gst तय किया जाता है।

कार जब पुरानी हो जाती है, तो उवकी वैल्यु कम हो जाती है। gst का कोई सवाल नही होता।

 LengthEngine CCGSTCESS
LPG/CNG/PETROL4 meter1200cc18%1%
Diesel4 meter1500cc18%3%
PETROL/DIESEL/CNG<4 meter<1500cc18%17%
SUV<4 meter<1500cc18%22%

अगर आप लक्झरी कार खरीदते है, तो आप 50 प्रतिशत टैक्स गव्हर्नमेंट को देते है।

New car vs used car pros and cons

              RTO टैक्स करीबन 7% होता है। car insurance अनिवार्य है। जो नयी गाडी मे 25000 से लेकर 32000 तक होता है। गाडी खरीदते समय लेना पडता है। इसके बाद हर साल 3500 से 6000 तक इन्शुरन्स भरना पडता है। गाडी के Value पर निर्भर होता है। हर साल गाडी की किमत कम होती जाती है। उसी तरह इन्शुरन्स कम होते जाता है। हर साल अंदाजा 10 प्रतिशत किमत कम होती है। आनेवाले 5 सालों मे उसकी किमत 50 प्रतिशत कम होती है।

                भारत मे जादा तर लोग लोन पर गाडी खरीदते है। लोने लेते समय 20 प्रतिशत down payment करना पडता है। कुछ ऑफर मे 0 down payment मे भी होते है। गाडी का लोन 3 साल से 7 साल तक होता है। कार लोन पर 9 प्रतिशत ब्याज बैंक लेती है।

                 गाडी को चलाने के लिए fuel की जरुरत है। अगर पेट्रोल गाडी है। गाडी लेने वाला अगर हर दिन 30km एवरेज भी गाडी चलाते है, तो महिने का 800km गाडी का रनिंग हो जाता है। घुमने फिरने जाते है, तो और बढ भी जाता है। गाडी का मायलेज 15 से 20 का होता है। इसे महिने का 53 ltr पेट्रोल लगता है।

अगर आज की बात करे तो पेट्रोल 100-107/ltr है। 106/लिटर से 5618 रु. हर महिने खर्च आता है। अगर गाडी 5 साल चलाते है, तो 337080 तक खर्च हो जायेंगे। उसके बाद मेंटेनन्स खर्च हर साल 4000-5000 तक आता है। जिसमे पार्ट्स, मेंटेनन्स, रिपअर आता है। उसका 5 साल के लिए 25000रु.

अभी हम देखते है, गाडी की असली किमत कितनी होती है।

Ex showroom price – 584350/-

RTO Passing –        40904/-

Insurance –           30000/-

Loan 80% (9% ROI) 210364/-

Fuel                 337080/-

Maintenance         25000/-

Total cost           1227698/-

New car vs old car total cost

            उपर दिये गये आंकडे अंदाजा लगाये है। लेकीन जादा फर्क नही है। आप निश्चित कर के देखे। जो गाडी ex showroom price  584350 मे है, वह आपको 1227698 जेब से खर्च करवाती है। अन्य चीजें जैसे घर लेते है, तो उस लोन पर भी ब्याज होता है। लेकीन उसपर टैक्स के लिए छुट है। सिवाय घर का दाम सालो साल बढता जाता है। और बात करे रोज के इस्तेमाल की तो गाडी की बढती मांग के कारण रास्तों पर ट्राफीक जाम की समस्याए महानगरोमें जादा है। जिस कारण वक्त जादा बर्बाद हो जाता है।

कुल मिलाकर नई गाडी लेना महंगा पड जायेगा। महानगरों मे सार्वजनिक यातायात के लिए वाहन आसानी से और किफायती मे मिल जाते है। पर खेडे गाँव या छोटे शहरों मे सार्वजनिक वाहनों की कमी होती है। इसलिए अगर आप ऐसी जगह रह रहे है, तो परिवार के लिए कार की जरुरत होती है।

should I buy a new car or used car? क्या नई कार खरीदना नही चाहीये?

            अगर आपके परिवार के लिए गाडी की जरुरत है, तो आप second hand car खरीद कर जरुरत पुरी कर सकते है। पुरानी गाडी कैसे खरीदे, कौनसी चीजोंपर ध्यान दे, इसके लिए 16 मुद्दे जरुर पढे। आज भी कुछ लोग पुरानी गाडी खरीदना पसंत करते है। इस्तेमाल कर बेच देते है। फिर से दुसरी गाडी खरीदते है। इसे अलग अलग कार चलाने और मजे लेते है।

Conclusion – अगर आमदनी कम है, लेकीन पुरी फॅमीली के लिए कार की सक्त जरुरत है, तो आप second hand car खरीदना समझदारी है। पुरानी गाडी मे कुछ फायदे और नुकसान भी होता है। जानने के लिए इस ब्लॉग पर जरुर पढे।

Common problem in used cars? पुरानी गाडी मे कौन कौनसी प्रोब्लेम आती है।

problem in used cars बैटरी खराब होना, इंजन ऑईल लिकेज, टायर खराब, गियर बॉक्स मे दिक्क्त, warning light, wheel alignment, brake problem.

common problem in used cars

जब used car पहली बार लेते है तो जल्दबाजी मे कार खरीद लेते है। इसी कारन कई बार used car मे काफी प्रॉब्लेम होते है, जो खरीदने के बाद पता चलता है। जादा उत्साह के कारन जो जाँच करना जरुरी है, उसके अभाव से नुकसान होने की संभावना जादा होती है। कुछ कॉमन गलतियाँ करने से हमे बचना चाहिये।

Problem in used cars

Battery problems – What happens if your car battery is weak?

 गाडी की चाबी लगाने के बाद पहले जिसे करंट पास होता है, और गाडी का इंजन शुरु होता है, जिस कारन गाडी चलती है, वो अगर खराब होती है, तो आपको जादा खर्चा करना पडता है। गाडी अगर तुरंत स्टार्ट नही होती है, या फिर उसके लाईट ठीक से नही जल रहे है। तो बैटरी चेक करना जरुरी है।

Does battery affect engine power?

बिल्कुल इंजन पर असर करता है। बैटरी खराब होने से गाडी का इंजन जादा गरम हो जाता है। इसी कारन इंजन के कुछ पार्ट खराब होने का कारन बन जाता है। कभी कभी बैटरी डाऊन होने के कारन भी यह दिक्कत आती है। पर हमे बारकाई से जाँच करना जरुरी है। गाडी डिलर या मालिक को यह बात पता होती है। फीर भी कुछ लोग नही बताते।

Engine Oil leakage – Can you drive a car with an oil leak?  अगर गाडी का ऑयल लिकेज है तो क्या मै गाडी चला सकता हू?

गाडी चल तो सकती है, पर चलाना सही नही है। क्यूंकी गाडी का इंजन ऑयल का लेवल लिकेज के वजह से अगर कम हो जाता है, तो गाडी का  इंजन के पार्टस खराब होने की संभावना जादा होती है। बार बार इंजन ऑयल की लेवल चेक करना पडता है।

          यह सबसे बेकार प्रॉब्लेम है। अगर second hand car लेने से पहले गाडी के निचे झाँक कर जाँच करे। अगर ऑयल गला हुआ दिखता है। और आपका यकीन होता है की गाडी का ऑयल लिकेज है, तो आप गाडी ना खरीदे।

How much does it cost to fix an oil leak under a car?

गाडी का इंजन भले ही सही है, पर यह फॉल्ट दुर करने के लिए पुरा इंजन निकाल कर चेक करना पडता है। जीस कारन कंपनी फिटींग निकल जाती है। आगे गाडी के इंजन को जादा दिक्कत आ सकती है। ऑईल सील करने का किमत कम है, पर इंजन खोलना और फिर से बिठाना इसता खर्चा जादा आता है।

Tyre condition –

car tyre

गाडी का टायर बाहर से तो अच्छा दिखाई देता है, पर टायर के अंदर से पुरा वायर निकल जाता है। कई बार जो बेचने वाले होते है, वो जादा मुनाफा कमाने के लिए खराब टायर पर उपरसे डिजाईन करवा लेते है। ऐसे टायर पर गाडी चलती है, तो शायद फटने का डर जादा होता है। जानलेवाँ हो सकता है।

गियर बॉक्स-

पुरानी गाडी के गियर आसानी से मुव नही होते है। शायद गियर बॉक्स का प्रॉब्लेम हो सकता है। अगर गियर चेंज करने मे हार्ड आता है, या अटक जादा है तो मैकेनिक से जाँच करावा ले।

Warning light – What could cause the check engine light to come on?

अगर गाडी के इंजर मे कुछ दिक्कत है, तो ड्रायव्हर के सामने बोर्ड पर वॉर्निग लाईट जलती है। अगर चेक इंजिन का लाईट आ जाता है, तो इसका मतलब है गाडी के इंजन मे कुछ गडबडी मची है। चेक इंजन दिखा रहा है फीर भी अगर गाडी चलाते है, तो शायद गाडी का इंजन जाम होकर जगह पर ही बंद पड सकती है। कभी कभी ऐसा भी होता है, की गाडी का सेन्सर खराब होनेकी वजह से भी चेक इंजन लाईट जलती है। गाडी की बैटरी खराब होने से या जादा दिनों तक गाडी अगर नही चली है, और बैटरी डाऊन है तो भी चेक इंजन का लाईट आ जाता है। लेकीन इसकी जाँच मेकेनिक से करवाना जरुरी होता है।

Wheel alignment – How much is a wheel alignment cost?

जब गाडी चल रही है, और अपने आप ही किसी एक साईड पर खिसक रही है, इसका मतलब गाडी का wheel alignment सही नही है। वक्त पर व्हील अलाईनमेंट करवाना जरुरी है। वरना गाडी के टायर एकसाईड घिस जाते है। व्हील अलाईनमेंट का केवल 200 से 400 रु. खर्च आता है। लेकीन अगर टायर खराब हो जाये तो 2500 से लेकर 6000 तक खर्च हो सकते है। गाडी पर निर्भर करता है।

इस तरह से आप जाँच कर ले सकते है। अगर मेकेनिक की मदत लेना सही है।

Conclusion – अगर आप को कार के बारे मे जानकारी है, तो आप उपर दिये गये प्रॉब्लेम पर जरुर ध्यान दे। इसके सिवाय अन्य 17 पॉईंट इस वेबसाईटपर दिये गये है। उसे चेक करे। used car खरीदने से पहले गाडी की tyre, engine oil, battery चेक करना बेहद जरुरी है। इसके सिवाय आप स्थानिय मेकेनिक की मदत जरुर ले।

5 Best Car insurance Policy in India 2023 – भारत मे सबसे बेहतरीन कार इंश्योरेंस पॉलिसी कौनसी है?

car insurance
car insurance

Car Insurance Online, 21वी सदी में एक कार होना हर परिवार की जरुरत बन चुकी है और हम मिडिल क्लास लोग काफी मेहनत से नयी या purani gadi कार खरीदते है| लेकिन अचानक से हुआ रोड एक्सीडेंट, गाड़ी चोरी हो जाना या फिर कुदरती घटनाओं की वजह से कई बार ग्राहकों को अपनी कार से हाथ धो बैठना पड़ता है, या फिर उसे रिपेयर करवाने का खर्चा करना मुश्किल हो जाता है|

इसलिए अपनी New या Second Hand Car के लिए भी Vehicle Insurance लेना काफी जरुरी है, ताकि अगर किसी कारण से गाड़ी का नुस्कान होता है तो इंश्योरेंस कंपनी से आप Financial Coverage ले पाए| इसलिए यहां हम आपको भारत की टॉप 5 कार बीमा पॉलिसी के बारे में बता रहे है, तो पूरा लेख जरुर पढियेगा|

कार इंश्योरेंस चुनने वक्त ध्यान में रखने वाली बातें – Factors to Consider While Choosing Car Insurance

ईंधन का प्रकार – अगर आपके पास डीजल कार है तो आपके इंश्योरेंस की प्रीमियम पेट्रोल कार से ज्यादा आएगी, क्योंकि डीजल इंजन वाली गाड़ियाँ महँगी होती है और उनकी IDV (Insured Declared Value) भी ज्यादा होती है इसलिए उनका बीमा थोडा महंगा पड़ता है|

कवरेज के प्रकारआप जिस प्रकार की कवरेज चुनेंगे, इंश्योरेंस की प्रीमियम उसी हिसाब से कम ज्यादा होगी, लेकिन हम आपको कुछ पैसे बचाने के लिए जरुरी कवरेज के प्रकारों को त्यागने की सलाह नहीं देंगे|

थर्ड पार्टी इंश्योरेंसइंडियन रोड सेफ्टी एक्ट और इंडियन मोटर व्हीकल्स एक्ट के मुताबिक किसी भी गाड़ी को सड़क पर चलाने के लिए उसका थर्ड पार्टी इंश्योरेंस होना जरुरी है|

मार्केट रिसर्च एक सही इंश्योरेंस प्लान चुनने से पहले आपको मार्केट में मौजूद कुछ Insurance Policies को स्टडी करना चाहिए, फिर निर्णय लेना चाहिए|

5 बेहतरीन कार बीमा पॉलिसी – Top 5 Car Insurance Policies of 2023

भारत में मौजूद 5 लोकप्रिय कार इंश्योरेंस पॉलिसी निम्न मुताबिक़ है|

1. Bajaj Allianz Car Insurance

साल 2001 से आज तक Bajaj Allianz के Car Insurance Plans को देश के लाखों कस्टमर्स ने पसंद किया है| क्योंकि कंपनी अपने कस्टमर्स आपातकालीन स्थिति में तुरंत सहायता करती है और इनकी इंश्योरेंस पॉलिसीज Affordable भी होती है| Bajaj Allianz के कुछ ख़ास फीचर्स निम्न मुताबिक़ है|

  • गेराज नेटवर्क से 24×365 सपोर्ट
  • इंश्योरेंस खरीदना और रिन्यू करना आसान  
  • किसी भी एक्स्ट्रा चार्ज बिना कैशलेस क्लेम विकल्प उपलब्ध
  • लॉक एंड की रिप्लेसमेंट कवर

Things They Cover:

  • कुदरती आपदाओं के खिलाफ कवर
  • Personal Accidents के खिलाफ कवर
  • Man-Made Disasters के खिलाफ कवर
  • थर्ड पार्टी लीगल लायबिलिटी

2. ICICI Lombard Car Insurance

भारत में नयी के साथ पुरानी गाड़ी खरीदने वाले ग्राहकों के बीच भी ICICI Lombard काफी लोकप्रिय है| क्योंकि इंश्योरेंस पॉलिसीज को ट्रान्सफर करना काफी आसान होता है, जिसके अलावा इनकी निम्न विशेषताएँ है|

  • इंश्योरेंस को रिन्यू करना बेहद आसान
  • 4600 गेराज के बड़े नेटवर्क पर कैशलेस सुविधा उपलब्ध
  • रोडसाइड असिस्टेंस खरीदना आसान
  • No Claim Bonus फीचर से रिन्यू के वक्त करीब 50% तक प्रीमियम में डिस्काउंट

Things They Cover:

  • भूकंप, बाढ़, आग और तूफान जैसी प्राकृतिक आपदाओं के खिलाफ कवर
  • चोरी, एक्सीडेंट, टेररिज्म के खिलाफ कवर
  • इंस्टेंट क्लेम सेटलमेंट

3. Digit Car Insurance

2023 में ग्राहक डिजिट कार इंश्योरेंस लेना काफी पसंद कर रहे है, क्योंकि डिजिट की आसान सेल्फ इंस्पेक्शन और मोटर क्लेम प्रोसीजर्स काफी फायदेमंद है| वहीं इस बीमा कंपनी की कुछ अन्य विशेषताएँ निम्न मुताबिक़ है|

  • कार पिकअप, ड्रॉप और रिपेयर सर्विसीज
  • 96% क्लेम सेटलमेंट रेश्यो
  • पर्सनल एक्सीडेंट इंश्योरेंस उपलब्ध

Things They Cover:

  • नो क्लेम बोनस
  • थर्ड पार्टी कवरेज

4. Acko Car Insurance

इस car insurance online ब्रांड से आप कुछ ही स्टेप्स में अपनी कार की इंश्योरेंस पॉलिसी खरीद सकते हो, वहीं Acko से Insured Car का Insurance Claim करना भी काफी आसान है, इसके अलावा Acko के कुछ फीचर्स निम्न मुताबिक है|

  • 24/7 इमरजेंसी असिस्टेंस
  • जीरो डेप्रिसिएशन विकल्प मौजूद
  • इंश्योरेंस खरीदना और रिन्यू करना आसान

Things They Cover:

  • थर्ड पार्टी कवरेज
  • 50% तक नो क्लेम बोनस

5. Cholamandalam MS Car Insurance

चोलामंडलम कंपनी के पास third-party, standalone own-damage और comprehensive coverage जैसे विभिन्न प्रकार के इंश्योरेंस प्लान्स उपलब्ध है| जिसमें से ग्राहक अपनी चुनिन्दा car insurance policy चुन सकता है, इसके अलावा चोलामंडलम इंश्योरेंस की कुछ विशेषताएँ निम्न मुताबिक़ है|

  • 24/7 कस्टमर सपोर्ट
  • क्लेम अमाउंट की Instant Disbursement 
  • जीरो डेप्रिसिएशन और नो क्लेम बोनस का विकल्प उपलब्ध

Things They Cover:

  • थर्ड पार्टी प्रॉपर्टी डैमेज
  • Natural और Man Made Disasters के खिलाफ कवरेज
  • चोलामंडलम के 6900 गेराज नेटवर्क पर कैशलेस क्लेम सेटलमेंट उपलब्ध
निष्कर्ष – Conclusion

तो ये थे हमारे हिसाब से 2023 में भारत के 5 सबसे बेहतरीन इंश्योरेंस| आखिर में हम आपको यही सलाह देंगे कि Vehicle Insurance लेने में कभी आलस मत कीजिये और मार्किट रिसर्च करके अपने लिए एक Best Car Insurance Policy चुनिए|

इंश्योरेंस और सेकंड हैंड कार्स से जुड़े अगर आपके कोई सवाल है तो आप हमसे कमेंट में पूछ सकते है, धन्यवाद|

भारत की 5 सबसे बेहतरीन सेकंड हैंड कार्स – Best Second Hand Cars to Buy in 2023

Best Second Hand Cars, भारत में Resale Cars का मार्केट काफी बड़ा है, क्योंकि जैसे ही हम Showroom से नयी गाड़ी लेकर निकलते है तो पहले ही साल में उसकी कीमत 10% से 15% गिर जाती है| वहीं देश के Karnataka और Tamilnadu जैसे राज्यों में नयी गाड़ी खरीदने पर Road Tax के रूप में मोटी रकम चुकानी पड़ती है| इन्ही कारणों से कुछ साल में Purani Gadi की कीमत नयी से आधे से भी कम हो जाती है|

best second hand car
cars

आपको best Second Hand Car खरीदने में मदद मिले, इसलिए इस लेख में हम आपको 5 Most Popular Used Cars के बारे में बता रहे है, तो पूरा लेख जरुर पढियेगा|

भारत में कौनसी सेकंड हैंड कार सबसे बेहतरीन है – Which car is best to buy a best second hand in India

1. Maruti Suzuki Swift  (best second hand cars in maruti)

Maruti swift
Maruti Suzuki Swift

USP – ज्यादा माइलेज, कम मेंटेनेंस कॉस्ट, स्टाइलिश लुक्स

साल 2005 में Maruti ने Swift को Launch किया था| तब से लेकर आज तक ये गाड़ी Hatchback Segment के मार्केट पर राज करती है| स्विफ्ट का First Gen Model 1.3 Litre के पेट्रोल इंजन के साथ लॉन्च हुआ था, वहीं Latest Gen Model 1.2 Litre के पेट्रोल इंजन के साथ आता है| Used Cars के मार्केट में अब Discontinue हो चुके Swift का 1.3 Litre Diesel Engine Model की काफी डिमांड है|

फीचर्स के मामले में मारुती सुजुकी स्विफ्ट, पावर स्टीयरिंग, पावर विंडो, एयरबैग, एबीएस और टच स्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम के साथ आती है|

2. Hyundai i10

Hundai I10

USP – इंजन परफॉरमेंस, लुक्स, रिलायबिलिटी

Hyundai की इस Hatchback Car ने Hatchback के New and Resale दोनों Segments में खूब लोकप्रियता हासिल की है| i10 अपने बड़े केबिन स्पेस, कम्फर्टेबल ड्राइविंग, स्मूथ इंजन और करीब 20 KMPL की बेहतरीन माइलेज की वजह से जानी जाती है|

इस गाड़ी में स्टाइलिश लुक्स के साथ मॉडर्न फीचर्स भी मिल जाते है, वहीं इसे मेन्टेन करना काफी आसान है, इसलिए Purani Gadi के मार्केट में Hyundai i10 हमेशा डिमांड में रहती है|

3. Maruti Suzuki Alto                               

Maruti Alto
Maruti Alto

USP – सस्ती कीमत, ज्यादा माइलेज, मारुति का भरोसा

हर साल कई महीने Best Selling Car की लिस्ट में Number 1 पर रहने वाली Alto का 800 और K10 दोनों मॉडल्स काफी best Second Hand Cars के मार्केट में काफी ज्यादा बिकते है| आप Second Hand Alto को 1,00,000 से लेकर 3,00,000 रुपये की कीमत में खरीद सकते है|

ALTO एक ऐसी Hatchback है| जिसे कम साइज़ की वजह से आप कहीं भी ले जा सकते हो, Petrol और CNG दोनों मॉडल्स बेहतरीन माइलेज मिलने की वजह से Daily Use के लिए इस्तेमाल कर सकते हो, Parts Availability होने की वजह से Local Garage में Service करवा सकते हो और जब बेचनी हो तो ALTO के लिए Customers खुद आपके पास दौड़े चले आते है| इसलिए ये कार करोड़ों भारतीयों की पहली पसंद है|

ये भी पढ़े – एक स्टेट से दुसरे स्टेट अपनी खरीदी old car कैसे ट्रान्सफर करे?

4. Honda Amaze

Honda amaze

USP – बड़ा लेग रूम, बेहतरीन सस्पेंशन, स्पोर्टी लुक्स

Amaze हौंडा की Entry Level Sedan है, जो मार्केट में Entry Level Sedans जैसे की Swift Dzire और Hyundai Aura को कड़ी टक्कर देती है| हौंडा की एमेज में Rear Passengers के लिए Spacious Leg Room मिलता है, वहीं इसमें मौजूद फीचर्स जैसे की ABS, Power Steering, Best in Class Suspensions और Comfortable Sitting इसे सिटी और लॉन्ग राइड के लिए बेहतरीन चुनाव बनाती है|

5. Toyota Innova

innova
Toyota Innova

USP – केबिन स्पेस, रिलायबिलिटी, इंजन परफॉरमेंस

अगर आपके परिवार में ज्यादा सदस्य है और आप अपने लिए एक 7 Seater MPV Car ख़रीदना चाहते है तो टोयोटा इन्नोवा आपके लिए Best Used Car in India हो सकती है| क्योंकि इस गाड़ी का मेंटेनेंस काफी कम है, रेगुलर सर्विस के साथ इंजन की उम्र काफी लम्बी है, माइलेज अच्छी है और केबिन भी काफी बड़ी है|

हालाकि यहाँ हम आपको एक ही सलाह देंगे की जब भी आप अपने Personal Use के लिए Toyota Innova खरीदें तो इस बात का जरुर ध्यान रखें की वो गाडी Taxi के तौर पर इस्तेमाल ना हुई हो, क्योंकि ऐसे में वो Purani Gadi ज्यादा चली हो सकती है और गाड़ी अच्छे से मेन्टेन ना हो, ऐसा भी हो सकता है|

निष्कर्ष – Conclusion

तो इन Top 5 best Second Hand Cars in India in 2023 में से आपकी पसंदीदा गाड़ी कौनसी है? कमेंट में जरुर बताइयेगा, और Used Cars एंड Resale Cars से जुड़ी ऐसी ही फायदेमंद जानकारी के लिए हमारे ब्लॉग buy second hand cars पर विजिट करते रहिएगा, धन्यवाद|

New Tubeless tyre और normal tyre मे क्या फर्क है? 3 benefit of tubeless tyre.

tubeless tyre
tubeless tyre
cars tyre

What is the difference between a tubeless tyre and a normal tyre?

आज के तारीख मे नयी गाडी मे tubelss tyre ही आते है। पर अगर आपने (second hand cars) पुरानी गाडी खरीदी है तो आपको ये बात भी ध्यान मे रखना है की गाडी का टायर कौनसा है। टयुबलेस टायर है या नॉर्मल टायर है। टयुबलेस टायर मे टयुब नही होती। सिधे गाडी के ट्रीम पर टायर लगा रहता है। नॉर्मल टायर मे टयुब होती है। अब हम जानेंगे कौनसा टायर लगवाना सही है। उसके फायदे और नुकसान क्या है।

Advantages of tubeless Tyre

टयुबलेस टायर रही गाडी काफी स्मुथ चलती है। vibration काफी कम होता है। टायर का वजन कम रहता है, जिस कारण मायलेज अच्छा मिलता है। इसी कारण इंजन का लाईफ बढ जाता है। यह टायर अगर पंक्चर होता है फीर भी गाडी करीबन 10-12 कि.मि. तक भी जा सकती है। अपने घर तक या गैरेज तक गाडी जा सकती है। लेकीन normal टायर पंक्चर होनेपर तुरंत सब हवा निकल जाती है। जिस कारण गाडी आग नही चल सकती। tubeless tyre का पंक्चर निकालना काफी आसान है। केवल कुछ सोलुशन या स्टिक लगा के कम समय मे पंक्चर निकाल सकते है। लेकीन normal tyre मे काफी समय लगता है। गाडी की रिम खोलने पडती है।

यह टायर ठीक तरह बिठाना जरुरी है। वरना इसे नुकसान होने का संभव है। tubeless tyre butyle रबर से बनायी जाते है। जिस कारण हवा का निकलने की संभावना ना के बराबर होती है। यह टायर हलके होते है, जिस कारन इसकी मुव्हमेंट मे आसानी से होती है और पेट्रोल/डिजल का जलना कम होता है। गाडी चलते समय tubeless tyre नॉर्मल टायर के तुलना मे कम गरम होते है। उसी जादा तर टायर गरम होने के वजह से फटते है। यह टायर कम गरम होने से फटने का खतरा कम हो जाता है। आजकल nitrogen air भरते है। जिससे टायर की लाईफ और बढ जाती है। nitrogen air के बारेंमे इस वेबसाईट पर जादा जानकारी दि गयी है।

Disadvantages of tubeless tyre – टयुबलेस टायर रिम बिठाना सभी मेकेनिक को संभव नही होता। इसके लिए सही जानकारी होनी जरुरी है। टयुबलेस टायर अगर पंक्चर हो जाता है, तो ठीक भी करे फीर भी उसका लाईफ कम ही हो जाता है। नॉर्मल टायर के तुलना मे इसकी किमत भी जादा होती है।

भारत मे tubeless tyre बनानी वाली कंपनी MRF TYRE, फ्रान्स की कंपनी Michelin और जापान की bridgestone कंपनी के टायर सबसे जादा बिके जाते है। इसके अलावा और भी कंपनी की टयुबलेस टायर मिलते है। लेकीन MRF, Michelin, bridgestone  कंपनीयो की टायर की क्वालीटी अच्छी होती है।tubeless टायर मे हवा का दबाव हर हप्ते जाँच करना जरुरी है।

tubeless tyre

Conclusion of tubeless tyres –

Tubeless tyre सुरक्षित माना जाते है। इससे आपका पेट्रोल/डिजेल भी कम खर्च हो जाता है। यानी मायलेज अच्छा मिल जाता है। गाडी के इंजन का लाईफ बढ जाता है। अगर आपने purani gadi खरीदी है, तो इस बात पे जरुर ध्यान दे। गाडी खरीदते समय टायर कौनसी है। अगर टयुबलेस टायर नही है, लेकीन उसका रिंग टयुबलेस टायर लगवाने के लायक है तो आप टायर लगवा सकते है। लेकीन उसका खर्चा ग्रहण कर किमत तय करे। purani gadi खरदीते समय कमसे कम 16 पॉईंट ध्यान रखना जरुरी है।