Online policy vc offline policy ऑनलाइन पॉलिसी बनाम ऑफलाइन पॉलिसी खरीदना : कौन सा बेहतर है?

online insurance vs offline insurance

online policy vs offline policy – बीमा पॉलीसी खरीदते समय सबसे बड़ा सवाल यह होता है कि ऑनलाइन पॉलिसी खरीदें या ऑफलाइन पॉलिसी। आज के डिजिटल युग में, दोनों विकल्पों के अपने फायदे और नुकसान हैं। यह लेख आपको ऑनलाइन बीमा और ऑफलाइन बीमा खरीदने के सभी पहलुओं को विस्तार से समझाने में मदद करेगा।

ऑनलाइन पॉलिसी खरीदने के फायदे Benefit of online insurance

1. समय की बचत

ऑनलाइन बीमा खरीदने के लिए आपको कहीं जाने की जरूरत नहीं होती। बस अपने स्मार्टफोन या लैपटॉप का इस्तेमाल करें और पॉलिसी खरीदें। यह प्रक्रिया तेज़ और आसान है।

2. कम लागत

ऑनलाइन बीमा में एजेंट की फीस या अन्य मध्यस्थता लागत नहीं होती। इससे आपको कम प्रीमियम पर पॉलिसी मिल सकती है।

3. पारदर्शिता

ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर आपको बीमा की पूरी जानकारी, जैसे प्रीमियम, लाभ, कवर, और एक्सक्लूजन, मिलती है। इससे आप अलग-अलग पॉलिसी की तुलना कर सकते हैं।

4. तत्काल दस्तावेज़

पॉलिसी खरीदने के तुरंत बाद आपके पास दस्तावेज़ ईमेल के जरिए पहुंच जाते हैं।

5. 24/7 उपलब्धता

ऑनलाइन पॉलिसी खरीदने के लिए आपको समय की पाबंदी नहीं होती। आप कभी भी, कहीं भी इसे खरीद सकते हैं।

ऑनलाइन पॉलिसी खरीदने के नुकसान

1. तकनीकी ज्ञान की जरूरत

ऑनलाइन पॉलिसी खरीदने के लिए आपको इंटरनेट का बुनियादी ज्ञान होना चाहिए। आजकल तो हरकोई इंटरनेट इस्तेमाल करते है। वेबसाईट पर जा कर सही तरीके से पॉलिसी खरीदना जरुरी है।

2. व्यक्तिगत मार्गदर्शन का अभाव

ऑनलाइन बीमा खरीदते समय आपके पास कोई एजेंट या सलाहकार नहीं होता, जो आपकी शंकाओं को हल कर सके।

3. धोखाधड़ी का खतरा

कुछ असत्यापित वेबसाइट्स पर धोखाधड़ी का खतरा हो सकता है।

ऑफलाइन पॉलिसी खरीदने के फायदे

1. व्यक्तिगत सलाह

बीमा एजेंट आपको आपकी जरूरत के अनुसार सही पॉलिसी चुनने में मदद कर सकते हैं।

2. भरोसेमंद प्रक्रिया

एजेंट या बीमा कंपनी के ऑफिस में जाकर पॉलिसी खरीदने से प्रक्रिया अधिक भरोसेमंद लगती है।

3. कस्टमर सपोर्ट

ऑफलाइन बीमा खरीदने पर आपको एजेंट की तरफ से सहायता मिलती है, चाहे क्लेम प्रोसेसिंग हो या प्रीमियम भुगतान।

ऑफलाइन पॉलिसी खरीदने के नुकसान

1. अधिक खर्च

एजेंट की फीस और अन्य मध्यस्थता लागत के कारण प्रीमियम महंगा हो सकता है।

2. समय की खपत

ऑफलाइन पॉलिसी खरीदने में आपको एजेंट से मिलने या ऑफिस जाने में समय लग सकता है।

3. सीमित विकल्प

एजेंट अक्सर उन्हीं पॉलिसी की जानकारी देते हैं जो उनकी कंपनी से संबंधित होती हैं, जिससे विकल्प सीमित हो जाते हैं।

ऑनलाइन बनाम ऑफलाइन: किसे चुनें?

1. अगर आपको सुविधा चाहिए

ऑनलाइन बीमा खरीदना आपके लिए सही है। यह तेज, किफायती और सुविधाजनक है।

2. अगर आपको व्यक्तिगत मार्गदर्शन चाहिए

ऑफलाइन बीमा खरीदना बेहतर हो सकता है, खासकर जब आपको किसी एजेंट की सहायता चाहिए।

ऑनलाइन और ऑफलाइन बीमा में मुख्य अंतर

पैरामीटरऑनलाइन पॉलिसीऑफलाइन पॉलिसी
लागतकमअधिक
समयकमज्यादा
पारदर्शिताअधिककम
सहायतासीमितव्यक्तिगत
चुनने के विकल्पविस्तृतसीमित

कौन सी पॉलिसी बेहतर है?

बीमा खरीदते समय आपका निर्णय आपकी प्राथमिकताओं पर निर्भर करता है। यदि आप पैसे बचाना चाहते हैं और प्रक्रिया को तेज़ बनाना चाहते हैं, तो ऑनलाइन पॉलिसी आपके लिए सही है। लेकिन यदि आप व्यक्तिगत सहायता चाहते हैं और तकनीकी रूप से कमज़ोर हैं, तो ऑफलाइन पॉलिसी खरीदें।

निष्कर्ष

बीमा खरीदने का तरीका चुनना आपकी जरूरतों और प्राथमिकताओं पर निर्भर करता है। दोनों विकल्पों के अपने फायदे और नुकसान हैं। हमारा सुझाव है कि आप सभी विकल्पों की तुलना करें और अपनी ज़रूरतों के अनुसार सही पॉलिसी चुनें।

Best car insurance policy pros & cons

CAR INSURANCE policy क्या है?

car insurance

मानलो कोई इन्सान गाडी चला रहा है। उसने किसी दुसरे इन्सान को गाडी से उडा दिया, या फिर किसी के प्रॉपर्टी का नुकसान किया है। या खुद की गाडी का नुकसान हुआ है। ऐसे स्थिती मे नुकसान उठाने के लिए इन्शुरन्स कंपनी कुछ किस्त लेकर जिम्मेदारी लेती है। हालाकी उसमे काफी सारे नियम होते है।

Car Insurance – कार का इंश्योरेंस कितने रुपए का होता है?

Car Insurance क्या है?

         जैसे किसी इन्सान का इन्शोरन्स होता है।किसी प्रापर्टीका इन्शोरन्स होता है। घर,दुकान या अन्य किसी तरह की प्रॉपर्टी होती है।उसी तरह कार का इन्शोरन्स होता है। car insurance premium यानी किस्त गाडी के IDV (Insured Declared Value) पर निर्भर करता है। कमसे कम 2000 रु से 12000 रु तक या उससे भी जादा हो सकता है। IDV (Insured
Declared Value
) क्या है? इन्शोरन्स कंपनी जो किस्त लेकर गाडी का नुकसान होने पर या चोरी होने पर जो राशी उपभोक्ता को देने की जिम्मेवारी लेती (claim) है उस राशी को IDV (Insured Declared Value) कहा जाता है। 

          यह राशी गाडी के प्रकार (types of cars) पर और गाडी के शोरुम किमत (ex showroom price) पर निर्भर करती है। हर साल यह राशी कम होती रहती है। IDV= गाडी की किमतगाडी की उम्रहास (depreciation) इसके अलावा अगर गाडी मे Accessories लगवाई है, तो उसका भी depreciation होता है। कार इन्शोरन्स मतलब गाडी की वह किमत जो इन्शोरन्स कंपनी गाडी की नुकसान होने पर देने वाली है। उसी को IDV कहा जाता है। अगर आप ऑनलाईन पॉलीसी लेते है, तो आप IDV कम जादा कर सकते है।

          ऑफलाईन करने पर एजंट गाडी की जाँच करके ही किस्त तय करते है। IDV कम करने से गाडी के मालिक का नुकसान हो सकता है। IDV कम करने से किस्त कम जाता है। लेकीन अगर गाडी का नुकसान हो जाता है, या फिर क्लेम के लिए दावा करते है, तब IDV कम होने से उतनीही भरपाई मिलती है। जितनीकी किस्त भरी थी।

Insurance types

  • First party insurance – अगर कोई गाडी चला रहा है। और उसका accident होता है। उससे काफी नुकसान हुआ है। या जिवीत हानी होती है। तो उसकी भरपाई केवल कव्हर करती है, उसे first party insurance कहा जाता है।
  • Second party insurance – जो कंम्पनी कुछ किस्त लेकर गाडी चलाने वाले की और उस गाडी के नुकसान की जिम्मेवारी लेते है, उन्हे Second party insurance कहा जाता है।
  • Third party insurance – ये policy सब गाडी के लिए अनिवार्य है। आपके पास गाडी है तो आपको कमसे कम ये पॉलीसी लेनी जरुरी है। अगर ये पॉलीसी नही है, तो टाफीक पुलिस आपसे चालान काट लेंगे लेकीन केवल चालान से बचने के लिए नही बल्की आपको इसके कई सारे फायदे मिलते है। मानलो एक मिडल क्लास इन्सान लोन पर छोटीसी गाडी खरीदता है। बदकिस्मतसे उसका Accident हो जाता है। सामने वाली गाडी को ठोक देता है। यह गाडी काफी किमती होती है। अब उसका खर्चा भी तो जादा होता है। लेकीन यह बंदा उतना खर्चा सह नही पायेगा। तो इस स्थिती मे इन्शुरन्स कंपनी जिम्मेवारी लेती है और उसका नुकसान का पैसा देती है।

 इस पॉलीसी के 3 फायदे है। 1. अगर किसी ने सामने वाली गाडी को ठोक दिया है। उस गाडी का काफी नुकसान हुआ है। वो cover होता है। 2. सामनेवाले डायव्हर जखमी होता है। या फिर उसकी मौत हो जाती है। ये सब कव्हर होता है। 3. इसके अलावा P.A.C. मतलब Personal Accident Cover होता है। इसका मतलब जो गाडी चलानेवाला होता है, उसको अगर कोई major injury or death हो जाती है। तो इसका आर्थिक सहारा मिल जाता है।

Third Party Insurance लेने पर कितनी राशी भरपाई मिलती है?

Third Party Insurance का क्लेम करते वक्त उनके कुछ नियम होते है। अगर सामनेवाली गाडी का नुकसान होता है तो कंपनी उनके terms & condition के नुसार fix राशी भरपाई देती है। लेकीन अकर जिवीतहानी होती है। तो उसके लिए राशी की कोई मर्यादा नही होती है।

5 Best Car insurance Policy in India 2023 – भारत मे सबसे बेहतरीन कार इंश्योरेंस पॉलिसी कौनसी है?

car insurance
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Car Insurance Online, 21वी सदी में एक कार होना हर परिवार की जरुरत बन चुकी है और हम मिडिल क्लास लोग काफी मेहनत से नयी या purani gadi कार खरीदते है| लेकिन अचानक से हुआ रोड एक्सीडेंट, गाड़ी चोरी हो जाना या फिर कुदरती घटनाओं की वजह से कई बार ग्राहकों को अपनी कार से हाथ धो बैठना पड़ता है, या फिर उसे रिपेयर करवाने का खर्चा करना मुश्किल हो जाता है|

इसलिए अपनी New या Second Hand Car के लिए भी Vehicle Insurance लेना काफी जरुरी है, ताकि अगर किसी कारण से गाड़ी का नुस्कान होता है तो इंश्योरेंस कंपनी से आप Financial Coverage ले पाए| इसलिए यहां हम आपको भारत की टॉप 5 कार बीमा पॉलिसी के बारे में बता रहे है, तो पूरा लेख जरुर पढियेगा|

कार इंश्योरेंस चुनने वक्त ध्यान में रखने वाली बातें – Factors to Consider While Choosing Car Insurance

ईंधन का प्रकार – अगर आपके पास डीजल कार है तो आपके इंश्योरेंस की प्रीमियम पेट्रोल कार से ज्यादा आएगी, क्योंकि डीजल इंजन वाली गाड़ियाँ महँगी होती है और उनकी IDV (Insured Declared Value) भी ज्यादा होती है इसलिए उनका बीमा थोडा महंगा पड़ता है|

कवरेज के प्रकारआप जिस प्रकार की कवरेज चुनेंगे, इंश्योरेंस की प्रीमियम उसी हिसाब से कम ज्यादा होगी, लेकिन हम आपको कुछ पैसे बचाने के लिए जरुरी कवरेज के प्रकारों को त्यागने की सलाह नहीं देंगे|

थर्ड पार्टी इंश्योरेंसइंडियन रोड सेफ्टी एक्ट और इंडियन मोटर व्हीकल्स एक्ट के मुताबिक किसी भी गाड़ी को सड़क पर चलाने के लिए उसका थर्ड पार्टी इंश्योरेंस होना जरुरी है|

मार्केट रिसर्च एक सही इंश्योरेंस प्लान चुनने से पहले आपको मार्केट में मौजूद कुछ Insurance Policies को स्टडी करना चाहिए, फिर निर्णय लेना चाहिए|

5 बेहतरीन कार बीमा पॉलिसी – Top 5 Car Insurance Policies of 2023

भारत में मौजूद 5 लोकप्रिय कार इंश्योरेंस पॉलिसी निम्न मुताबिक़ है|

1. Bajaj Allianz Car Insurance

साल 2001 से आज तक Bajaj Allianz के Car Insurance Plans को देश के लाखों कस्टमर्स ने पसंद किया है| क्योंकि कंपनी अपने कस्टमर्स आपातकालीन स्थिति में तुरंत सहायता करती है और इनकी इंश्योरेंस पॉलिसीज Affordable भी होती है| Bajaj Allianz के कुछ ख़ास फीचर्स निम्न मुताबिक़ है|

  • गेराज नेटवर्क से 24×365 सपोर्ट
  • इंश्योरेंस खरीदना और रिन्यू करना आसान  
  • किसी भी एक्स्ट्रा चार्ज बिना कैशलेस क्लेम विकल्प उपलब्ध
  • लॉक एंड की रिप्लेसमेंट कवर

Things They Cover:

  • कुदरती आपदाओं के खिलाफ कवर
  • Personal Accidents के खिलाफ कवर
  • Man-Made Disasters के खिलाफ कवर
  • थर्ड पार्टी लीगल लायबिलिटी

2. ICICI Lombard Car Insurance

भारत में नयी के साथ पुरानी गाड़ी खरीदने वाले ग्राहकों के बीच भी ICICI Lombard काफी लोकप्रिय है| क्योंकि इंश्योरेंस पॉलिसीज को ट्रान्सफर करना काफी आसान होता है, जिसके अलावा इनकी निम्न विशेषताएँ है|

  • इंश्योरेंस को रिन्यू करना बेहद आसान
  • 4600 गेराज के बड़े नेटवर्क पर कैशलेस सुविधा उपलब्ध
  • रोडसाइड असिस्टेंस खरीदना आसान
  • No Claim Bonus फीचर से रिन्यू के वक्त करीब 50% तक प्रीमियम में डिस्काउंट

Things They Cover:

  • भूकंप, बाढ़, आग और तूफान जैसी प्राकृतिक आपदाओं के खिलाफ कवर
  • चोरी, एक्सीडेंट, टेररिज्म के खिलाफ कवर
  • इंस्टेंट क्लेम सेटलमेंट

3. Digit Car Insurance

2023 में ग्राहक डिजिट कार इंश्योरेंस लेना काफी पसंद कर रहे है, क्योंकि डिजिट की आसान सेल्फ इंस्पेक्शन और मोटर क्लेम प्रोसीजर्स काफी फायदेमंद है| वहीं इस बीमा कंपनी की कुछ अन्य विशेषताएँ निम्न मुताबिक़ है|

  • कार पिकअप, ड्रॉप और रिपेयर सर्विसीज
  • 96% क्लेम सेटलमेंट रेश्यो
  • पर्सनल एक्सीडेंट इंश्योरेंस उपलब्ध

Things They Cover:

  • नो क्लेम बोनस
  • थर्ड पार्टी कवरेज

4. Acko Car Insurance

इस car insurance online ब्रांड से आप कुछ ही स्टेप्स में अपनी कार की इंश्योरेंस पॉलिसी खरीद सकते हो, वहीं Acko से Insured Car का Insurance Claim करना भी काफी आसान है, इसके अलावा Acko के कुछ फीचर्स निम्न मुताबिक है|

  • 24/7 इमरजेंसी असिस्टेंस
  • जीरो डेप्रिसिएशन विकल्प मौजूद
  • इंश्योरेंस खरीदना और रिन्यू करना आसान

Things They Cover:

  • थर्ड पार्टी कवरेज
  • 50% तक नो क्लेम बोनस

5. Cholamandalam MS Car Insurance

चोलामंडलम कंपनी के पास third-party, standalone own-damage और comprehensive coverage जैसे विभिन्न प्रकार के इंश्योरेंस प्लान्स उपलब्ध है| जिसमें से ग्राहक अपनी चुनिन्दा car insurance policy चुन सकता है, इसके अलावा चोलामंडलम इंश्योरेंस की कुछ विशेषताएँ निम्न मुताबिक़ है|

  • 24/7 कस्टमर सपोर्ट
  • क्लेम अमाउंट की Instant Disbursement 
  • जीरो डेप्रिसिएशन और नो क्लेम बोनस का विकल्प उपलब्ध

Things They Cover:

  • थर्ड पार्टी प्रॉपर्टी डैमेज
  • Natural और Man Made Disasters के खिलाफ कवरेज
  • चोलामंडलम के 6900 गेराज नेटवर्क पर कैशलेस क्लेम सेटलमेंट उपलब्ध
निष्कर्ष – Conclusion

तो ये थे हमारे हिसाब से 2023 में भारत के 5 सबसे बेहतरीन इंश्योरेंस| आखिर में हम आपको यही सलाह देंगे कि Vehicle Insurance लेने में कभी आलस मत कीजिये और मार्किट रिसर्च करके अपने लिए एक Best Car Insurance Policy चुनिए|

इंश्योरेंस और सेकंड हैंड कार्स से जुड़े अगर आपके कोई सवाल है तो आप हमसे कमेंट में पूछ सकते है, धन्यवाद|

car keys – दो चाबी का और इन्शुरन्स क्लेम

cars key
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car insurance claim ke liye 2 car keys hona jaruri hai – गाडी चोरी हो गयी है, तो क्लेम नही मिलेगा अगर आपके पास ये चीज नही है? – हर नयी गाडी जब आती है, तो कंपनी काडी के साथ दो चाबी देती है। अगर आप पुरानी गाडी खरीदते है, तो ये चीज ध्यान दे की दोनो चाबी आप पहले वाले वोनर से मांग ले। इसका फायदा इन्शुरन्स का क्लेम वक्त होता है। अगर किसी की गाडी चोरी होती है, तो पुलीस मे कंम्पलेट करना जरुरी है। उसके साथ साथ अगर गाडी का इन्शुरन्स है, तो इन्शुरन्स कंपनी को भी बताना जरुरी होता है।

क्युंकी जब आप इंन्शुरन्स लेते है, तो उसमे गाडी के चोरी का भी भरपाई का कवर होता है। मतलब अगर गाडी चोरी होती है, तो कंपनी उसकी भरपाई देना बंधन होता है। लेकीन उसके लिए ओनर को पुलीस की FIR, इन्शुरन्स के पेपर और तिसरी सबसे मेहत्वपूर्ण दो चाबी होना जरुरी है। जि हाँ इन्शुरन्स क्लेम के लिए अनिवार्य है। ये चीज जादातर लोगोंको पता नही रहती। अगर एक चाबी खो गयी है, तो उसका कंम्पेन्ट लिखवाना जरुरी है। अगर दुर्भाग्य से कही गाडी चोरी होती है, तो इन्शुरन्स क्लेम के लिए ये सब डॉक्यूमेंटस होना जरुरी है।