Preventing and Addressing Car Battery Problems

car battery problems

Car battery problems आजकल गाड़ी चलाना हमारे दैनिक जीवन का अभिन्न हिस्सा है, और एक अच्छी कार बैटरी इसके समर्थन में महत्वपूर्ण है। एक विश्वसनीय बैटरी हमारी गाड़ी को सुचारू रूप से चलाने के लिए आवश्यक है, जिससे हम बिना किसी बाधा के अपने गंतव्य तक पहुंच सकते हैं। हालांकि, समय के साथ कार बैटरी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं, जो अनपेक्षित खराबी और असुविधा का कारण बन सकती हैं। इस लेख में, हम कार बैटरी समस्याओं को रोकने और समाधान करने के उपयुक्त टिप्स के बारे में जानकारी प्रदान करेंगे, जिससे आप रास्ते पर बिना किसी बाधा के आनंद का आनंद उठा सकेंगे।

कार बैटरी की समझ

How to work car battery and car battery problems ? कार बैटरी कैसे काम करती है

कार बैटरी एक पुनर्चार्जयमान उपकरण है जो इंजन को शुरू करने और गाड़ी के विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक घटकों को चलाने के लिए आवश्यक ऊर्जा प्रदान करती है। वे विधुत ऊर्जा को रासायनिक रूप में संग्रहीत करते हैं, जो जब आवश्यक होता है, उसे विधुत शक्ति में परिवर्तित कर देते हैं। कार बैटरी के काम के मूल तत्वों को समझना बेहद महत्वपूर्ण है ताकि बेहतर बैटरी रखरखाव किया जा सके।

Types of car battery कार बैटरी के प्रकार

कार बैटरी कई प्रकार की होती हैं, जैसे कि लिथियम-आयन, निकेल-कैडमियम, लिथियम-आयन-फॉस्फेट, और लिथियम-आयन-मैंगनीज बैटरी। वे सभी अपने उद्देश्य के अनुसार उपयुक्त होती हैं, और हर बैटरी अपनी विशेषता और उपयोग के लिए जानी जाती है।

कार बैटरी समस्याओं की पहचान

अब जब आप अपनी गाड़ी के बैटरी को बेहतर रखने के लिए तैयार हैं, आपको उसकी समस्याओं को पहचानने की भी जरूरत होगी। निम्नलिखित चिन्हों के आधार पर आप अपनी कार बैटरी में समस्याओं को पहचान सकते हैं:

1. धीमी होती हेडलाइट्स (head light)

आपकी गाड़ी की हेडलाइट्स असामान्य धीमी हो रही हैं तो यह एक बैटरी की समस्या का संकेत हो सकता है। अगर बैटरी में उचित वोल्टेज नहीं है, तो हेडलाइट्स ठीक से जलने में समस्या हो सकती है।

2. signs of a weak battery धीमी से क्रैंकिंग इंजन

जब आप अपनी गाड़ी को स्टार्ट करने की कोशिश करते हैं और इंजन धीमी गति से प्रारंभ होता है, तो यह भी एक बैटरी की समस्या का संकेत हो सकता है। बैटरी की क्षमता कम होने से इंजन क्रैंक होने में समस्या हो सकती है।

3. Dashboard warning light- डैशबोर्ड वार्निंग लाइट्स

आपकी गाड़ी के डैशबोर्ड पर वार्निंग लाइट्स जालीद रहती हैं, तो भी यह बैटरी की समस्या का संकेत हो सकता है। यह एक इलेक्ट्रिकल समस्या की वजह से हो सकता है जिसमें बैटरी का कोई भी खराबी जिम्मेदार हो सकता है।

4. असामान्य गंध

जब आपकी गाड़ी से असामान्य गंध आती है, तो भी यह बैटरी की समस्या का संकेत हो सकता है। बैटरी खराब होने से विद्युत के लीक होने की वजह से यह समस्या हो सकती है।

कार बैटरी समस्याओं के उपाय

अगर आपकी गाड़ी की बैटरी में समस्या है, तो चिंता न करें, हम आपकी मदद करेंगे। नीचे दिए गए टिप्स को अपनाकर आप अपनी गाड़ी की बैटरी समस्याओं का समाधान कर सकते हैं।

1. नियमित रखरखाव (maintenance)

कार बैटरी को नियमित रूप से देखभाल करना महत्वपूर्ण है। इसके लिए आपको निम्नलिखित कदम उठाने होंगे:

बैटरी के टर्मिनल्स को साफ़ करें

बैटरी के उपर डस्टकवर लगाएँ ताकि धूल और गंदगी न जमे

नियमित अंतराल पर बैटरी की जांच करें

बैटरी को धूप से बचाएँ

2. स्मार्ट चार्जर का इस्तेमाल करें

एक स्मार्ट चार्जर बैटरी को सुरक्षित रूप से चार्ज करने में मदद करता है और इसकी उम्र बढ़ाता है। यह बैटरी को अधिक चार्ज नहीं करता और स्वचालित रूप से बैटरी को चार्ज करने और बंद करने के लिए विशेष फ़ंक्शन्स प्रदान करता है।

3. उचित विद्युत स्तर की जांच करें battery voltage

बैटरी के विद्युत स्तर को नियमित रूप से जांचना भी महत्वपूर्ण है। विद्युत स्तर कम होने से बैटरी की क्षमता घट सकती है और समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।

4. बैटरी की उम्र का ध्यान रखें battery lifespan

बैटरी की उम्र का भी ध्यान रखना आवश्यक है। एक बैटरी की उम्र आम तौर पर 3-5 वर्ष होती है। अगर आपकी बैटरी इससे ज्यादा पुरानी है, तो आपको उसे बदलने का समय आ गया है। नई बैटरी को अच्छे ब्रांड का चुनना भी ध्यान दें।

संचित विद्युत से सुरक्षित रखें

यदि आप अपनी गाड़ी को लंबे समय तक खड़ी रखना चाहते हैं, तो संचित विद्युत को सुरक्षित रखने के लिए निम्नलिखित चरणों का पालन करें:

गाड़ी को अधिक गर्म या शीत जगहों में न खड़ी रखें। उचित तापमान में रखने से बैटरी की उम्र बढ़ती है।

बैटरी के साथ जमीनी कैरीज पैक और jump-starting a car जंप स्टार्टर रखें ताकि आपको अचानक समस्याओं का सामना न करना पड़े।

लंबी राहदारी पर जाने से पहले बैटरी की योजना बना लें और उसे अच्छे से चार्ज करें।

समाप्ति

यदि आप अपनी गाड़ी की बैटरी को स्वस्थ रखना चाहते हैं, तो ऊपर दिए गए टिप्स को अपनाएं और नियमित रूप से उसकी देखभाल करें। ध्यान रखें कि बैटरी की समस्याएं अचानक आती हैं, इसलिए आपको अपनी गाड़ी के बैटरी के संकेतों को पहचानना आना चाहिए और उन्हें तुरंत ठीक करना चाहिए।

FAQs:

Q: कार बैटरी की उम्र कितनी होती है?

A: एक बैटरी की उम्र आम तौर पर 3-5 वर्ष होती है।

Q: कार बैटरी को कैसे सुरक्षित रखें?

A: कार बैटरी को अधिक गर्म या शीत जगहों में न खड़ी रखें और उसके साथ जमीनी कैरीज पैक और जंप स्टार्टर रखें।

Q: कार बैटरी समस्याएं कैसे पहचानें?

A: बैटरी के धीमी होती हेडलाइट्स, धीमी से क्रैंकिंग इंजन, डैशबोर्ड वार्निंग लाइट्स, और असामान्य गंध ये समस्याओं के संकेत हो सकते हैं।

Q: कार बैटरी खराब होने पर क्या करें?

A: कार बैटरी खराब होने पर आप उसे ठीक करवा सकते हैं या नई बैटरी खरीद सकते हैं।

Q: स्मार्ट चार्जर क्या है और इसका कैसे इस्तेमाल करें?

A: स्मार्ट चार्जर बैटरी को सुरक्षित रूप से चार्ज करने में मदद करता है और इसकी उम्र बढ़ाता है। इसे उसी कंपनी के दिए गए निर्देशानुसार इस्तेमाल करें।

Common Car Problems and solution-आम कार समस्याएं और उन्हें ठीक करने के तरीके

common car problems

common car problems and solution – आम कार समस्याएं और उन्हें ठीक करने के तरीके!

Introduction – परिचय

आम कार समस्याएं क्या हैं? What are common car problem?

Battery – बैटरी समस्याएं

कार बैटरी खाली होने का कारण

उपाय: बैटरी चार्ज करने के तरीके

इंजन समस्याएं

इंजन रुक जाने के कारण

उपाय: इंजन की रिपेयर और मेंटेनेंस

टायर समस्याएं

पंक्चर होने के कारण

उपाय: पंक्चर से बचने के तरीके और टायर रिपेयर

इलेक्ट्रिकल समस्याएं

इलेक्ट्रिकल वायरिंग खराब होने के कारण

उपाय: इलेक्ट्रिकल समस्याएं ठीक करने के तरीके

ब्रेक समस्याएं

ब्रेक जाम होने के कारण

उपाय: ब्रेक समस्याएं ठीक करने के तरीके

स्टीयरिंग समस्याएं

स्टीयरिंग हेवी होने के कारण

उपाय: स्टीयरिंग समस्याएं ठीक करने के तरीके

इंटरियर समस्याएं

दिखाई देने वाली लाइट खराब होने के कारण

उपाय: इंटरियर समस्याएं ठीक करने के तरीके

क्लिमेट कंट्रोल समस्याएं

एसी ठंडा न होने के कारण

उपाय: क्लिमेट कंट्रोल समस्याएं ठीक करने के तरीके

इंजन ऑवरहीट समस्याएं

इंजन ऑवरहीट होने के कारण

उपाय: इंजन ऑवरहीट समस्याएं ठीक करने के तरीके

विंडशील्ड समस्याएं

विंडशील्ड टूट जाने के कारण

उपाय: विंडशील्ड समस्याएं ठीक करने के तरीके

इंजन रॉड और बेयरिंग समस्याएं

इंजन रॉड और बेयरिंग खराब होने के कारण

उपाय: इंजन रॉड और बेयरिंग समस्याएं ठीक करने के तरीके

इंजन ओवरहॉलिंग समस्याएं

इंजन ओवरहॉलिंग होने के कारण

उपाय: इंजन ओवरहॉलिंग समस्याएं ठीक करने के तरीके

फ्यूल सिस्टम समस्याएं

फ्यूल सिस्टम खराब होने के कारण

उपाय: फ्यूल सिस्टम समस्याएं ठीक करने के तरीके

समस्या से बचाव और नियंत्रण

आवश्यक सुरक्षा उपकरण

स्वरक्षा अनुसार गाड़ी चलाना

नियमित सर्वेक्षण और रखरखाव

common car problem and solution – आम कार समस्याएं और उन्हें ठीक करने के तरीके

आपकी प्रिय कार यातायात के समय बड़ी सहायक होती है, लेकिन जब वह समस्याएं प्रदर्शित करती है, तो यह आपके लिए एक विकट स्थिति बन सकती है। यदि आपको अपनी कार की समस्या से निपटने का तरीका नहीं पता है, तो आप परेशान हो सकते हैं। इसलिए, एक अच्छी जानकारी के साथ आप आसानी से अपनी कार की समस्याओं को ठीक कर सकते हैं और इसे अच्छे स्वास्थ्य में रख सकते हैं।

1. परिचय

जब हम अपनी कार को उच्च स्तरीय यातायात में रखना चाहते हैं, तो हमें उसकी समस्याओं का समाधान करना अनिवार्य है। इस लेख में, हम आम और सामान्य कार समस्याओं के बारे में चर्चा करेंगे और उन्हें कैसे ठीक कर सकते हैं, इस पर विचार करेंगे।

2. बैटरी समस्याएं

कार की बैटरी समस्याएं एक आम समस्या हैं जिससे आपकी कार सही तरह से काम नहीं कर सकती है। इसमें बैटरी खाली होना, कमजोर बैटरी, या बैटरी के खराब होने के कारण कार नहीं चल पाती है। इससे बचने के लिए, आपको बैटरी को समय समय पर चार्ज करना और उसकी मेंटेनेंस करना अनिवार्य है।

3. इंजन समस्याएं

कार के इंजन में समस्याएं आना भी आम बात है। जब आपकी कार का इंजन रुक जाता है, तो यह आपको काफी परेशान कर सकता है। इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं जैसे कि ईंधन की कमी, इंजन में खराबी, या इंजन की वायरिंग में समस्या। इसलिए, इंजन की रिपेयर और नियमित मेंटेनेंस करना आवश्यक है।

4. टायर समस्याएं

टायर पंक्चर होने का आम कारण है, और यह भी आपको अचानक हो सकता है। बेहतर होता है कि आपके पास उचित उपकरण हो जो आपको पंक्चर होने की स्थिति में मदद कर सकते हैं जैसे कि स्पेयर टायर, टायर रिपेयर किट और एयर कंप्रेसर।

5. इलेक्ट्रिकल समस्याएं

कार के इलेक्ट्रिकल सिस्टम में समस्याएं होना भी आम बात है। यह आपके लाइट, हॉर्न, या विंडशील्ड वाइपर के काम न करने से कार को ठीक से चलाने में रुकावट पैदा कर सकता है। इसलिए, इलेक्ट्रिकल समस्याएं ठीक करने के लिए एक विशेषज्ञ की मदद लेना अच्छा होता है।

6. ब्रेक समस्याएं

ब्रेक कार की सबसे महत्वपूर्ण सुरक्षा उपकरण होते हैं, और जब इनमें समस्याएं होती हैं, तो यह आपके लिए एक बड़ी समस्या बन जाती है। ब्रेक जाम होने के कारण, ब्रेक पैड खराब होने के कारण, या ब्रेक फ्लूइड की कमी होने के कारण कार का ब्रेक ठीक से काम नहीं कर सकता है। इसलिए, ब्रेक समस्याएं ठीक करने के लिए उपयुक्त कारगर की मदद लेना अच्छा होता है।

7. स्टीयरिंग समस्याएं

स्टीयरिंग हेवी होने का कारण बहुत से हो सकते हैं जैसे कि स्टीयरिंग आयल की कमी, व्हील अलाइनमेंट की समस्या, या स्टीयरिंग गियर में खराबी। इसलिए, स्टीयरिंग समस्याएं ठीक करने के लिए सेवाएं लेना आवश्यक होता है।

8. इंटरियर समस्याएं

आपकी कार के इंटरियर में समस्याएं भी हो सकती हैं जैसे कि दिखाई देने वाली लाइट खराब होने के कारण आपको अचानक ही आपके गाड़ी की दिखाई देने वाली स्थिति में परेशान कर सकता है। इसलिए, आपको इंटरियर समस्याएं ठीक करने के लिए एक विशेषज्ञ की मदद लेनी चाहिए।

9. क्लिमेट कंट्रोल समस्याएं

आपकी कार का क्लिमेट कंट्रोल सिस्टम सही तरह से काम न करने से आपको बड़ी ताकलीफ हो सकती है। जब एसी ठंडा नहीं होता है, तो इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं जैसे कि एसी कंप्रेसर की समस्या, एसी गैस की कमी, या फिल्टर की कमी। इससे बचने के लिए, आपको क्लिमेट कंट्रोल समस्याएं ठीक करने के लिए एक विशेषज्ञ से मिलने की आवश्यकता होती है।

10. इंजन ऑवरहीट समस्याएं

जब कार का इंजन ऑवरहीट हो जाता है, तो यह आपके लिए खतरनाक साबित हो सकता है। इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं जैसे कि इंजन रैडिएटर में समस्या, इंजन ऑयल की कमी, या कूलेंट गैस की कमी। इसलिए, इंजन ऑवरहीट समस्याएं ठीक करने के लिए एक विशेषज्ञ से मिलने की आवश्यकता होती है।

11. विंडशील्ड समस्याएं

विंडशील्ड की खराबी से आपकी कार के साथ बड़ी समस्या हो सकती है। यह आपके लिए बहुत खतरनाक साबित हो सकता है। विंडशील्ड टूट जाने के कई कारण हो सकते हैं जैसे कि तेज टैपर, अवशेषित विन्डशील्ड के चाकू, या गाड़ी में हुए एक बड़े से बड़े टक्कर के कारण। इससे बचने के लिए, आपको विंडशील्ड समस्याएं ठीक करने के लिए एक विशेषज्ञ से मिलने की आवश्यकता होती है।

12. इंजन रॉड और बेयरिंग समस्याएं

इंजन रॉड और बेयरिंग की खराबी से आपकी कार के इंजन में समस्याएं हो सकती हैं। यह आपके लिए एक अनिवार्य समस्या बन सकती है। इंजन रॉड और बेयरिंग खराब होने के कई कारण हो सकते हैं जैसे कि रॉड और बेयरिंग का खराब होना, अच्छे तरह से न रखी गई मेंटेनेंस, या एक दिन में ज्यादा से ज्यादा उपयोग करने के कारण। इससे बचने के लिए, आपको इंजन रॉड और बेयरिंग समस्याएं ठीक करने के लिए एक विशेषज्ञ से मिलने की आवश्यकता होती है।

13. इंजन ओवरहॉलिंग समस्याएं

इंजन की ओवरहॉलिंग समस्या आपके लिए बहुत ही खतरनाक हो सकती है। इससे आपकी कार के इंजन को बहुत नुकसान हो सकता है। इंजन ओवरहॉलिंग होने के कई कारण हो सकते हैं जैसे कि इंजन की ओवरहॉलिंग होने के कारण, गर्मिंग सिस्टम की समस्या, या इंजन की तारों में समस्या। इससे बचने के लिए, आपको इंजन ओवरहॉलिंग समस्याएं ठीक करने के लिए एक विशेषज्ञ से मिलने की आवश्यकता होती है।

14. फ्यूल सिस्टम समस्याएं

आपकी कार के फ्यूल सिस्टम में समस्याएं होना भी आम बात है। यह आपकी कार के इंजन के सही काम को बाधित कर सकती है। फ्यूल सिस्टम खराब होने के कई कारण हो सकते हैं जैसे कि फ्यूल पंप में समस्या, फ्यूल फिल्टर की खराबी, या फ्यूल टैंक में लीक। इससे बचने के लिए, आपको फ्यूल सिस्टम समस्याएं ठीक करने के लिए एक विशेषज्ञ से मिलने की आवश्यकता होती है।

15. समस्या से बचाव और नियंत्रण

आपकी कार की समस्या से बचने के लिए कुछ उपाय हैं जो आपके लिए बहुत महत्वपूर्ण हो सकते हैं।

आवश्यक सुरक्षा उपकरण: कार में आवश्यक सुरक्षा उपकरण होना आपके लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इससे आपकी सुरक्षा बढ़ जाती है और आपकी कार की समस्या से बचने में मदद मिलती है।

स्वरक्षा अनुसार गाड़ी चलाना: आपको स्वरक्षा के अनुसार गाड़ी चलाना चाहिए ताकि आपकी कार को किसी भी प्रकार के नुकसान से बचाया जा सके।

नियमित सर्वेक्षण और रखरखाव: आपको अपनी कार का नियमित सर्वेक्षण और रखरखाव करना चाहिए ताकि आप उसकी समस्याओं को बड़ी सहजता से पहचान सकें और उन्हें ठीक कर सकें।

इस आर्टिकल में, हमने आम कार समस्याओं और उन्हें ठीक करने के तरीके पर चर्चा की है। यदि आप अपनी कार की समस्या से निपटने के लिए ये तरीके अपनाएंगे तो आपको अपनी कार को स्वस्थ रखने में मदद मिलेगी। ध्यान देने योग्य बात है कि यदि आपको कार की समस्या से निपटने में किसी भी प्रकार की समस्या होती है, तो आपको तुरंत एक विशेषज्ञ से संपर्क करना चाहिए।

FAQs

How to charge car battery ?- कार की बैटरी को कैसे चार्ज करें?

बैटरी को चार्ज करने के लिए सबसे पहले नेगेटिव टर्मिनल को डिस्कनेक्ट करें। फिर, पॉज़िटिव टर्मिनल को चार्जर से कनेक्ट करें और चार्जर को बैटरी के आधार पर चालू करें। बैटरी को समय समय पर चार्ज करना और उसकी मेंटेनेंस करना आवश्यक है।

car engine stop working? कार के इंजन रुक जाने का कारण क्या हो सकता है?

कार के इंजन रुक जाने के कई कारण हो सकते हैं जैसे कि ईंधन की कमी, इंजन की खराबी, या इंजन की वायरिंग में समस्या। इसलिए, इंजन रुक जाने पर एक विशेषज्ञ से सलाह लेना उचित होता है। know more

टायर पंक्चर होने से बचने के लिए क्या करें?

टायर पंक्चर से बचने के लिए, अपनी कार के टायरों का नियमित सर्वेक्षण करें और उन्हें अच्छे स्वास्थ्य में रखने के लिए व्यावसायिक की मदद लें। यदि आप एक बड़े से बड़े समय तक यात्रा पर जा रहे हैं, तो आपके पास उपयुक्त उपकरण होने चाहिए जो आपको पंक्चर होने की स्थिति में मदद कर सकते हैं।

इंजन की ओवरहीट होने से कैसे बचें?

इंजन की ओवरहीट से बचने के लिए आपको अपनी कार का नियमित सर्वेक्षण करना चाहिए और नियमित मेंटेनेंस करना आवश्यक है। इसके अलावा, आपको गर्मी के मौसम में अधिक दिखावे से बचने के लिए गाड़ी चलाते समय सुरक्षा नियमों का पालन करना चाहिए।

कार के इंटरियर की देखभाल कैसे करें?

कार के इंटरियर की देखभाल के लिए, आपको अपनी कार के इंटरियर को नियमित रूप से साफ करना, इंटरियर की मेंटेनेंस करना, और इंटरियर की सुरक्षा के लिए उपयुक्त सुरक्षा उपकरण का उपयोग करना चाहिए।

इस आर्टिकल में हमने “आम कार समस्याएं और उन्हें ठीक करने के तरीके” पर चर्चा की है। हमने विभिन्न कार समस्याओं के संभावित कारण और उन्हें ठीक करने के लिए उपाय बताए हैं। समस्याएं किसी भी कार में हो सकती हैं, लेकिन उन्हें समय से पहले पहचान और ठीक करने से हम खुद को इस समस्या से बचा सकते हैं। आपकी कार की समस्याओं को ठीक करने के लिए हमारे बताए गए उपायों का उपयोग करें और सुरक्षित और सुखद यात्रा का आनंद लें।

अब तुरंत एक आसानी से उपयोगी कार समस्या के लिए उपाय जानें और अपनी कार की देखभाल करें। न केवल यातायात का आनंद लें, बल्कि एक बेहतर और सुरक्षित यात्रा का आनंद भी लें। CHECK POINT BEFORE PURCHASE USED CAR

Car warning lights कार में चिंता का संकेत – वॉर्निंग लाइट्स को समझें और समस्याओं का सामना करें

Car यातायात के दौरान हमारे लिए आसानी से पहुंचने का सबसे अच्छा माध्यम है। लेकिन कभी-कभी जब हम अपनी कार चला रहे होते हैं, तो हम विभिन्न प्रकार की warning lights का सामना कर सकते हैं। ये lights हमें कार के विभिन्न अंशों की स्थिति के बारे में सूचित करती हैं। हमे अलर्ट करती है, की आपके वाहन मे कुछ तो गडबडी है। इस लेख में, हम विभिन्न प्रकार की वॉर्निंग लाइट्स (warning lights) के बारे में चर्चा करेंगे और इन्हें समझने के लिए कार के समस्याओं का सामना करने के उपाय प्रस्तुत करेंगे।

Engine warning lights – इंजन वॉर्निंग लाइट:

यह लाल रंग की लाइट आपको इंजन से संबंधित समस्याओं के बारे में सूचित करती है। इंजन वॉर्निंग लाइट (warning light )ज्यादातर इंजन में कुछ खराबी के कारण जाग्रत होती है, जैसे कि ऑयल (oil level)लेवल कम होना, एयर फ़िल्टर दिखाई देना आदि। इस वक्त आपको अपनी कार को रुका देना और मैकेनिक की सलाह लेनी चाहिए।

Battery warning light – बैटरी वॉर्निंग लाइट:

यह नीले रंग की लाइट आपको बैटरी से संबंधित समस्याओं के बारे में सूचित करती है। बैटरी वॉर्निंग लाइट जल्दी खत्म होने वाली बैटरी, चार्जिंग सिस्टम में खराबी या बैटरी के टर्मिनलों में कमी की वजह से जाग्रत हो सकती है। इस समस्या को समझते हुए आपको अपनी कार की बैटरी को जाँचवाने और सही समय पर ठीक करवाने की आवश्यकता होती है।

Brake warning light- ब्रेक वॉर्निंग लाइट:

यह लाल रंग की लाइट आपको ब्रेक सिस्टम से संबंधित समस्याओं के बारे में सूचित करती है। ब्रेक वॉर्निंग लाइट जब भी जाग्रत होती है, तो आपको आपकी कार को रुका देना और ब्रेक सिस्टम की जांच करवाने की जरूरत होती है।

Tyre pressure warning light- टायर प्रेशर वॉर्निंग लाइट:

यह पीले रंग की लाइट आपको टायर प्रेशर से संबंधित समस्याओं के बारे में सूचित करती है। अगर टायर की प्रेशर बढ़ जाती है या कम हो जाती है, तो यह वॉर्निंग लाइट जाग्रत हो सकती है। टायर प्रेशर को नियमित अंतराल पर जांचें और सही प्रेशर में रखने के लिए सुनिश्चित करें।

Conclusion

इस लेख में हमने कार में वॉर्निंग लाइट्स (warning lights )के बारे में चर्चा की है और इन्हें समझने के लिए कार के समस्याओं का सामना करने के उपाय बताए हैं। वॉर्निंग लाइट्स को ध्यान से समझकर आप अपनी कार की सुरक्षा और अच्छे प्रदर्शन की सुनिश्चित कर सकते हैं। यदि आप अपनी कार की समस्याओं को न देखते हुए उन्हें सही समय पर ठीक नहीं करते हैं, तो इससे आपकी कार को नुकसान हो सकता है और इससे आपकी सुरक्षा पर भी असर पड़ सकता है। इसलिए वॉर्निंग लाइट्स को अवगत करें और अपनी कार को बिना किसी देरी के ठीक करवाने का प्रयास करें। Check this point

How can I scrap my car in India? आपने गाडी स्क्रैप की तो आपको जेल जाना पडेगा। अगर आपने यह नही किया तो।How can I scrap my car in India?

scrap policy

आपने गाडी स्क्रैप की तो आपको जेल जाना पडेगा। अगर आपने यह नही किया तो।

How can I scrap my car in India?

भारत मे कार स्क्रैप करने का तरीका क्या है?

scrap मे दि गयी गाडी की नंबर प्लेट, चासीस नंबर का दुरुपयोग हो सकता है। इसलिए क्या सावधानी बरसनी चाहीये?

भारत सरकार ने 15 साल पुरानी गाडीयों के लिए (scrap policy) स्क्रैप पॉलीसी जारी की है। इसके बारे पुरी जानकारी के लिए इस ब्लॉक पर पढे।

15 साल पुरा होने के बाद अगर आपको आपकी गाडी स्क्रैप मे देनी है, तो उसके लिए क्या करना होगा?  

यह सवाल अगर आपके मन मे है, तो ये पढे।

भारत सरकार के स्क्रैप पॉलीसी के नुसार ऐसे सेंटर दिये गये है। जहाँ आप अपनी गाडी स्क्रैप (scrap)के लिये दे सकते है। सबसे पहले आपको गाडी का सौदा तय करना होगा। गाडी का सौदा गाडी के कंडीसन पर निर्भर करता है। अगर गाडी की स्थिती अच्छी है, मतलब गाडी के कई पार्ट अच्छे है, और उसका उपयोग अन्य गाडी मे लिए कर सकते है, स्क्रैपवाले उसमे जादा से जादा मुनाफा बनाने की उम्मीद रखते है।

गाडी स्क्रैप करते समय कौनसी चीजे ध्यान मे रखना जरुरी है?

आपको पहले नजदीकी एसक्रैप यार्ड को खोजना होगा जो उपयुक्त इंजनीयरिंग प्रमाणपत्र और स्क्रैप प्रमाणपत्र (certificate and licence) धारण करता है। आप इंटरनेट या स्थानीय निर्देशिकाओं का उपयोग करके यार्डों की सूची प्राप्त कर सकते हैं। यार्ड के साथ संपर्क करें और उन्हें अपनी कार के बारे में जानकारी दें, जैसे कि गाड़ी की मॉडल, वर्ष, स्थिति आदि। वे आपको भविष्य में आवश्यक कागजात की सूची प्रदान करेंगे।

कार को स्क्रैप करने के लिए आवश्यक कागजात तैयार करें। इसमें वाहन पंजीकरण प्रमाणपत्र, आईडी प्रमाणपत्र, बीमा प्रमाणपत्र और वाहन नियमावली जैसे कागजात शामिल हो सकते हैं।

  1. अगर गाडी मे accessories अच्छी कंडीसन मे है, तो उसे निकाले। जैसे की म्युजीक सिस्टीम, शो पीस
    1. बँक लोन है तो उसका पुरा भुगदान करना जरुरी है। बँक का स्टेटमेंट ले।
    1. गाडी पर चालान है, तो उसका भी भुगदान करे। क्योंकि कई बार गाडी पर चालान होता है, मगर हमे पता नही होता है। या अनदेखी हो जाती है। गाडी के नंबरसे यह सब पता चल जाता है। इसके लिए काफी ॲप उपलब्ध है।
    1. कोर्ट केस- गाडी पर अगर कोई कोर्ट केस प्रलंबित है, तो आप गाडी स्क्रैप नही कर सकते।
    1. गाडी अगर चोरी की है, तो गाडी स्क्रॅप नही हो सकती है।

         उपर दिये गये सब मुद्दे agriment मे लिखना जरुरी होता है। कोर्ट के नजदीक स्टैंप्म पेपर बेचनेवाले अक्सर यह काम करते है।

जब agriment बन जाये, उसके बाद गाडी का चासीस नंबर का जो प्लेट रहता है, उसे निकालकर लेना जरुरी होता है।

गाडी स्क्रैप वाले के पास देने के बाद www.parivahan.gov.in इस वेबसाईट पर ऑनलाईन एप्लीकेशन करना होता है। साथ मे एग्रीमेंट और चासीस नं. वाली प्लेट जमा करना होता है। उसके बाद कुछ दिनों मे आपको सर्टीफिकट दिया जायेगा। जिसका उपयोग आप नई गाडी खरीदते समय डिस्काऊंट मिलता है।

एसक्रैप वैल्यूएशन सर्टिफिकेट प्राप्त करें। जब आपकी कार की मूल्यांकन पूरा हो जाएगा, तो यार्ड आपको एक एसक्रैप वैल्यूएशन सर्टिफिकेट प्रदान करेगा। यह प्रमाणित करेगा कि आपने वास्तव में अपनी कार को स्क्रैप कर दिया है।

अगर ऐसा नही किया तो संभावना होती है इसके दुरुपयोग की। जैसे की जो गुनहगार होते है, वो जादा तर ऐसी कबाड वाली गाडी के नंबर प्लेट का उपयोग चोरी जैसे अन्य गुनाह के लिए इस्तेमाल करते है। पुलिस जब जाँच करती है, तब नंबर प्लेट से गाडी के मालिक के पास आती है। अगर उपर दिये गयी प्रोसेस आपने करी है, और आपके पास RTO जमा सब कागजाद है, तब आप दिखा सकते है।

पर अगर आपके पास यह सब कागजाद नही है, तो आपको  जुर्माना तो पडेगाही और तकलीफ भी होगी। इस लिए आपको पुरी जानकारी के साथ यह सब करना होगा। भारत के अलग अलग स्टेट मे थोडी बहुत भिन्नता के साथ परिवहन कार्यालय के नियम है। यदि आपको अपनी कार को स्क्रैप करने के लिए और विस्तृत जानकारी चाहिए, तो आप स्थानीय ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी से संपर्क कर सकते हैं या इंटरनेट पर विस्तृत गाइडलाइन खोज सकते हैं।

What is scrap value?

Scrap मे दिये गये गाडी की किमत कितनी मिलेगी?

             अब बात करते है, कबाड दिये गये गाडी के किमत की।  अगर आप कोई नयी गाडी खरीदने की सोच रहे है। वहाँपर ऑफर चल रहा है, की पुरानी गाडी दे और नयी गाडी पर डिस्काऊंट ले। पहले तो आपको अपनी गाडी उनको दिखाकर जान ले कितनी डिस्काऊंट मिल रही है। और उसके बाद आप तय करे की कौनसा सौदा फायदेमंद है। लेकीन हमारा अनुभव है, की कबाड वाला जादा किमत देता है। लगभग 15 रु. प्रति किलो से गाडी के वजन के हिसाब से राशी मिल जायेगी।

Conclusion – 15 साल बाद गाडी scrap करनी है, तो आपको RTO को पुरी जानकारी देनी जरुरी है। scrap करने से पहले, बँक का लोन चुकाना जरुरी है। गाडी पर चालान पेंडींग नही होना चाहीए। गाडी पर कोर्ट केस नही होना चाहिए। पुरी प्रोसेस के बाद ही scrap करवान है, वरना आप तकलीफ मे आ सकते है।